भारतीय जनता पार्टी का इतिहास (Bharatiya Janata Party History In Hindi)
Bharatiya Janata Party History In Hindi –हमारे देश में बेहद ही कम ऐसी पार्टियां हैं जो कि हमारे देश की सबसे पुरानी पार्टी ‘कांग्रेस पार्टी’ को टक्कर देने में कामयाब हुई हैं. दरअसल हमारे देश में कांग्रेस पार्टी की जड़े काफी मजबूत हुआ करती थी और इस पार्टी को चुनाव में हराना एक दम नामुमकिन हुआ करता था. वहीं कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़े हुए कई ऐसा नेता भी थे जिन्हें कांग्रेस की विचार धार सही नहीं लगती थी और ऐसा होने पर इस पार्टी के नेताओं के पास केवल इस पार्टी को छोड़ने का ही विकल्प होता था.
श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी भी इन्हीं नेताओं में से एक थे और इन्होंने भी अपने राजनीति के करियर की शुरूआत पहले कांग्रेस के संग की थी, लेकिन किन्हीं कारण के चलते इन्होंने इस पार्टी से अपने सारे नाते तोड़ दिए थे. हालांकि इस पार्टी से अलग होने के बाद श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने राजनीति का साथ नहीं छोड़ा और कांग्रेस पार्टी को टक्कर देने के लिए एक नई पार्टी का गठन करने का निर्णय लिया और इस तरह से इन्होंने भारतीय जनसंघ (बीजेएस) की नींव रखी थी.
भारतीय जनसंघ पार्टी का निर्माण (bharatiya jan sangh ki sthapna)
साल 1951 के अक्टूबर महीने की 21 तारीख को इस पार्टी को बनाया गया था और इस पार्टी की विचार धार कांग्रेस पार्टी से एकदम अलग थी. इसलिए अगर ये कहा जाए की इस दिन हमारे देश की राजनीति को एक अलग विचार धारा वाली पार्टी मिली थी तो इसमें कुछ गलत नहीं होगा. दरअसल इस पार्टी का लक्ष्य हिंदुओं और हमारे देश को एक करके रखने का था.
जब इस पार्टी को बनाया गया था तो उस वक्त इस पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी को चुना गया था. वहीं इस पार्टी का उपाध्यक्ष दीनानाथ उपाध्याय जी को बनाया गया था और इन्होंने भी इस पार्टी को खड़ा करने में काफी योगदान दिया था. इस पार्टी की जिम्मेदारी इन दोनों नेताओं के कंधों पर थी और इस पार्टी के बनने के बाद के एक साल बाद ही हमारे देश में लोकसभा चुनाव हुए थे. इस चुनाव में भारतीय जनसंघ पार्टी ने भी हिस्सा लिया था. हालांकि इस चुनाव में ये पार्टी ज्यादा कुछ करिश्मा करके दिखाने में असफल रही थी और इस पार्टी को महज 3 सीटे ही हासिल हुई थी.
भारतीय जनसंघ पार्टी के अध्यक्ष के नाम (bharatiya jan sangh ki president)
श्यामा प्रसाद मुखर्जी का निधन होने के बाद इस पार्टी की जिम्मेदारी इस पार्टी से जुड़े हुए अन्य लोगों को सौंपी गई थी और इस पार्टी को कुल नौ लोगों द्वारा संभाला गया था.
संख्या | अध्यक्ष का नाम नाम | किस साल बने थे अध्यक्ष |
1 | डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी | 1951-52 |
2 | पंडित मौली चन्द्र शर्मा | 1954 |
3 | पंडित प्रेम नाथ डोंगर’ | 1955 |
4 | आचार्य डी.पी. घोष | 1956-58 |
5 | श्री बछराज व्यास | 1965 |
6 | श्री बलराज माधोक | 1966 |
7 | पंडित दीनदयाल उपाध्याय | 1967 |
9 | श्री अटलबिहारी वाजपेयी | 1969-71 |
9 | श्री लाल कृष्ण आडवाणी | 1973 |
साल 1977 में बदला पार्टी का नाम (BJP Formation)
1977 में देश में हुए चुनाव के समय भारतीय जनसंघ पार्टी अन्य पार्टी के साथ शामिल हो गई थी जिसके चलते इस पार्टी का नाम जनता पार्टी रख दिया गया था. वहीं इस लोकसभा चुनाव में इस पार्टी को जीत प्राप्त हुई थी, हालांकि ये पार्टी तीन साल के अंदर ही भंग हो गई थी.
साल 1980 में इस पार्टी के भंग होने के बाद इस पार्टी को नया रुप दिया गया और इस पार्टी का नाम भारतीय जनता पार्टी य़ानी बीजेपी रख दिया गया. और इस तरह से साल 1980 में इस पार्टी का पुनर्जन्म हुआ था.
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष (BJP President List)
इस पार्टी के प्रथम अध्यक्ष के रुप में श्री अटल बिहारी वाजपेयी को चुना गया था और इन्होंने अपने मित्र श्री लाल कृष्ण आडवाणी के संग मिलकर इस पार्टी के कार्य को अच्छे से संभाल लिया था.
1980-86 | श्री अटल बिहारी वाजपेयी |
1986-1990 | श्री लाल कृष्ण आडवाणी |
1991-1993 | डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी |
1993-98 | श्री लालकृष्ण आडवाणी |
1998-2000 | लेट श्री कुशाभाऊ ठाकरे |
2000-2001 | श्री बंगारू लक्ष्मण |
2001-2002 | लेट श्री के-जन.कृष्णमूर्ति |
2002-2004 | श्री एम.वेंकैया नायडू |
2004-2005 | श्री लाल कृष्ण आडवाणी |
2005-2009 | श्री राजनाथ सिंह |
2010-2013 | नितिन गडकरी |
2013-2014 | राजनाथ सिंह |
2014- से अभी तक (2018) | अमित भाई शाह |
बीजेपी पार्टी के बनने के बाद हमारे देश में साल 1984 में लोकसभा चुनाव हुए थे और ये पार्टी इन चुनाव में ज्यादा कुछ खास नहीं कर पाई थी. लेकिन साल 1996 तक इस पार्टी की नींव काफी मजबूत हो गई थी और धीरे- धीरे ये पार्टी चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने लगी थी और इस पार्टी के साथ जुड़े लोगों की मेहनत के चलते ही ये पार्टी हमारे देश की अहम पार्टी बनने में कामयाब हुई. इस वक्त इस पार्टी के साथ हमारे देश की आधी से भी ज्यादा जनंसख्या का साथ बना हुआ है और बीजेपी को हमारे देश में अपनी सेवा देते हुए कुल 38 साल हो गए हैं.