Gaganyaan Mission Kya Hai (गगनयान मिशन क्या है व कब होगा लॉन्च)

गगनयान मिशन क्या है और गगनयान कब लॉन्च होगा (Gaganyaan Mission Hindi) –

गगनयान (Gaganyaan Mission) भारत का सबसे महत्वकांक्षी मिशन है, जिसको Indian Space Research Organization (ISRO) द्वारा अंजाम दिया जाना है। इस मिशन के सफल होने से भारत स्पेस एजेंसी का दबदबा विश्न में ओर बढ़ जाएगा। हालांकि गगनया मिशन क्या है (Gaganyaan Mission Kya hai), गगनयान मिशन इसरो के लिए क्यों इतना महत्वपूर्ण है, ये मिशन कब लांच होगा इसका बजट (gaganyaan mission budget) ये तमाम जानकारी हम आपको देने वाले हैं। तो आइए जाते हैं कि गगनया मिशन क्या है (Gaganyaan Mission Hindi)।

गगनया मिशन क्या है (Gaganyaan Mission Hindi)

गगनया मिशन (Gaganyaan Mission) अंतरिक्ष का एक मिशन है। जिसके तहत भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो द्वारा स्पेस यानी अंतरिक्ष में एक यान भेजा जाना है। इस यान के जरिए मानव को अतंरिक्ष में भेजा जाएगा। मिशन के तहत इस यान के जरिए तीन लोगों को अंतरिक्ष में भेजा जाना हैं । जो कि कुछ दिनों तक यान या कैप्सूल में बैठकर अतंरिक्ष के चक्कर लगाएंगे। भारत के इस मिशन पर दुनिया की तमाम अंतरिक्ष एजेंसियों की नजर है।

गगनयान शब्द का मतलब (Gaganyaan Meaning)

गगनयान शब्द दो शब्दों को मिलाकर बना हैं, जो कि गगन और यान हैं। गगन का अर्थ अंतरिक्ष होता है और यान यानी वाहन। इस मिशन का अर्थ है कि अंतरिक्षा वाहन। इस वाहन के जरिए अंतरिक्ष में लोगों को भेजा जाएगा। जो कि पृथ्वी के चक्कर लगाएंगे।

गगनयान मिशन का इतिहास (Gaganyaan Mission History)

गगनयान मिशन के इतिहास पर नजर डाली जाए तो, इस मिशन को शुरू करने का फैसला लगभग 14 साल पहले यानी साल 2006 में लिया गया था। सबसे पहले इस यान का डिजाइन तैयार किया गया था और इस मिशन को कैसे अंजाम दिया जाएगा इसकी योजना बनाई गई थी। इस योजना को बनाने के बाद इसे सरकार के सामने पेश किया गया था। जिसके बाद सरकार ने गगनयान मिशन को हरी झड़ी दे दी थी। भारत के इस मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम (Manned space flight program) को साल 2008 में सरकार मे मंजूरी दी थी। जबकि एक साल बाद भारतीय मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम के लिए पैसे देने का प्रस्वात पास किया था।

गगनयान कब लॉन होगा (Gaganyaan mission Launching date)

गगनयान मिशन की तैयारी काफी लंबे समय से की जा रही है और इस मिशन को साल 2022 में लांच किया जाना है। हालांकि कोरोना वायरस के कारण गगनयान मिशन पर भी असर पड़ा है और गगनयान मिशन की लांच की तारीख आगे बढ़ सकती है। लेकिन माना जा रहा है कि गगनयान मिशन को साल 2022 को ही लॉन्च कर दिया जाएगा।

गगनयान का बजट (Gaganyaan mission budget)

इस यान को बनाने के लिए इसरो को भारत सरकार की ओर से 10 हजार का बजट दिया गया है। वहीं इस मिशन से जुड़ी महत्वपूर्व जानकारी इस प्रकार है।

मिशन का नाम गगनयान मिशन व भारतीय मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम
किसके द्वारा किया जा रहा है इसरो
कब शुरू हुआ मिशन साल 2006
गगनयान कब होगा लॉन्च साल 2022
गगनयान मिशन की अवधि 7 दिन का
गगनयान मिशन का बजट (gaganyaan mission budget) 10 हजार करोड़

 

गगनयान का डिजाइन (Gaganyaan Design)

गगनयान का डिजाइन (Gaganyaan Design) को भारत की अलग-अलग एजेंसियों ने मिलकर बनाया है। जैसे-

  • हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने इस यान के क्रू मॉड्यूल को तैयार किया है। जो कि साल 2019 में पूरा हुआ है।
  • रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने इस यान की सुरक्षा पर काम किया है और यान में भोजन, चालक दल स्वास्थ्य सेवा, विकिरण माप और संरक्षण, चालक दल मॉड्यूल और अग्नि शमन प्रणाली की सुरक्षित, पैराशूट और इत्यादि चीजों को बनाया है।
  • अंतरिक्ष सूट का विकास विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र, तिरुवनंतपुरम में किया गया था। अंतरिक्ष सूट को संतरी रंग दिया गया है। अंतरिक्ष सूट में एक ऑक्सीजन सिलेंडर रखने की क्षमता होगी। ये सूट पहनने वाला अंतरिक्ष यात्री 60 मिनट तक अंतरिक्ष में सांस ले सकता है।
  • चालक दल का मॉड्यूल, जिसमें तीन अंतरिक्ष यात्रियों को गगनयान में रवाना किया जाएगा उसका व्यास 3.7 मीटर होगा और सात मीटर ऊंचा होगा।
  • मानव अंतरिक्ष यान को कक्षा में पहुंचने में 16 मिनट का समय लगेगा और इस जहां वो पांच से सात दिनों तक रहेगा।
  • अंतरिक्ष यान को 300-400 किमी की कम पृथ्वी की कक्षा (low earth orbit) में रखा जाएगा।
  • कैप्सूल हर 90 मिनट में पृथ्वी के चारों ओर घूमेगा, और अंतरिक्ष यात्री सूर्योदय और सूर्यास्त इसमें से देख सकेंगे।
  • अतंरिक्ष यात्री जिस कैप्सूल में होंगे उसे वापस धरती पर लौंटने में कुल 36 घंटे लगेंगे। ये कैप्सूल अरब सागर गुजरात के तट पर उतरेगा।
  • अंतरिक्ष चिकित्सा, अंतरिक्ष यात्री स्वास्थ्य निगरानी, विकिरण सुरक्षा और जीवन समर्थन सहित विभिन्न चीजों के लिए इसरो ने फ्रांसीसी अंतरिक्ष एजेंसी सीएनईएस से सहायता ली है।

गौरतलब है कि इसरो द्वारा कई सफल मिशनों को अंजाम दिया गया है और उम्मीद है कि गगनयान मिशन भी मंगल मिशन( Mangalyaan Mission ) और चांद पर चंद्रयान मिशन -1 (Chandrayaan Mission -1) के जैसा ही सफल हो। वहीं गगनयान की अलावा अगले साल यानी 2021 में इसरो चंद्रयान मिशन -3 (Chandrayaan Mission -3) भी लॉन्च करने वाला है। चंद्रयान मिशन -2 (Chandrayaan Mission -2) के पूरी तरह से सफल ना होने के बाद इस मिशन को दोबारा से किया जा रहा है और इसे चंद्रयान मिशन -3 (Chandrayaan Mission -3) नाम दिया गया है।

गगनयान से जुड़े सवाल

गगनयान की अवधि कितनी होगी

गगनयान मिशन की अवधि 5 से 7 दिन की होगी। जब इस यान को भेजा जाएगा तो ये धरती के कक्ष पर स्थापित किया जाएगा। जहां से ये धरती के चक्कर लगाएगा। इस यान में सावर तीन लोग 5 से 7 दिनों तक इस यान में रहेंगे। वहीं ये अवधि पूरी करने के बाद इस यान को वापस धरती पर लाया जाएगा।

गगनयान कब लॉन्च होगा

गगनयान को साल 2022 में लॉन्च किया जाना है। हालांकि किस महीने में गगनयान लॉन्च होगा, इसकी बारे में अभी कोई भी जानकारी नहीं दी गई है।

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