जानें क्या है प्रधानमंत्री डिजिटल स्वास्थ्य मिशन, जिसकी सोमवार से होगी शुरूआत

प्रधानमंत्री डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (पीएम-डीएचएम) योजना जल्दी ही शुरू होने वाली है और इस योजना के तहत अब देश के वासियों को यूनिक हेल्थ आईडी मिलेगा। Pradhan Mantri Digital Health Mission का आरंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 सितंबर को करने वाले हैं। आज देश के प्रधानमंत्री मनसुख मंडाविया ने इस बात की जानकारी देते हुए एक ट्वीट किया। जिसमें लिखा कि प्रधानमंत्री डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (पीएम-डीएचएम) योजना का शुभारंभ होने वाला है।

आपको बता दें कि इससे पहले ये योजना राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (एनडीएचएम) जानी जाती थी। प्रधानमंत्री डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (Pradhan Mantri Digital Health Mission In Hindi) का लाभ हर एक व्यक्ति को मिलेगा। इस मिशन के तहत यूनिक आईडी (Unique digital health ID) देश के हर नागरिक को दी जाएगी। जो कि नागरिकों के आधार कार्ड और मोबाइल नंबर से बनाई जाएगी।

अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि पीएम-डीएचएम डेटा, सूचना और बुनियादी ढांचा सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला के माध्यम से एक कुशल,समावेशी, किफायती और सुरक्षित तरीके से सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्रदान करता है। केंद्रीय स्वास्थ मंत्री मनसुख मंडाविया ने इसकी जानकारी दी।

प्रधानमंत्री डिजिटल हेल्थ मिशन का लक्ष्य

प्रधानमंत्री डिजिटल हेल्थ मिशन (Pradhan Mantri Digital Health Mission) का लक्ष्य देश की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत करना है और देश के गांवों तक अच्छी इलाज की सुविधा को पहुंचाना है। इस मिशन की मदद से हेल्थकेयर सर्विस आसानी से लोगों तक पहुंच सकेगी। ये आईडी बनने से कोई भी व्यक्ति डिजिटल भी डॉक्टर से संपर्क कर सकता है।

ये भी पढ़ें- नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन क्या है National digital health mission in hindi

हेल्थ आईडी क्या है ? (Health Kya Hote Hai)

प्रधानमंत्री डिजिटल हेल्थ मिशन (Pradhan Mantri Digital Health Mission) के जरिए हर किसी को एक हेल्थ आई़डी दी जाएगी। जिसमें व्यक्ति का हेल्थ रिकॉर्ड होगा। इस हेल्थ-आईडी (Unique digital health ID) में व्यक्ति की हर बीमारी का जिक्र होगा और वो सी दवाई खा रहा है ये तक लिखा होगा। अगर कोई व्यक्ति इलाज के लिए किसी अस्पताल जाता है तो उसे अपनी पुरानी रिपोर्ट साथ ले जानी की जरूरत नहीं होगी। उस बस अपनी हेलथ आईडी बतानी होगी। जिसके जरिए उसकी पुरानी बीमारियों को पता चल जाएगा। दरअसल जब ये हेल्थ आईडी बनेगी, तो इसे बनाते समय व्यक्ति को क्या बीमारी है, किसी बीमारी से वो सही हुआ है, कौन सी दवाई उसने खाई है व अन्य तरह की उसकी हेल्थ से जुड़ी जानकारी भरी जाएगी।

वहीं इस आईडी में भरी गई सारी जानकारी सुरक्षा और गोपनीयता होगी। उसके बारे में केवल व्यक्ति के डॉक्टर और उसे ही पता होगा।

हरियाली तीज पर लगाएं ये ट्रेंडिग मेहंदी के डिजाइन प्रदोष व्रत के दिन भूलकर भी न करें ये काम झारखंड बोर्ड 10वीं, 12वीं का रिजल्ट ऐसे करें चेक
हरियाली तीज पर लगाएं ये ट्रेंडिग मेहंदी के डिजाइन प्रदोष व्रत के दिन भूलकर भी न करें ये काम झारखंड बोर्ड 10वीं, 12वीं का रिजल्ट ऐसे करें चेक