राजमाता विजया राजे सिंधिया की जीवनी (Vijaya raje scindia biography in hindi)

vijaya raje scindia biography in hindi (विजया राजे सिंधिया की जीवनी, स्मृति सिक्का)

विजया राजे सिंधिया ग्वालियर की राजमाता हुआ करती थी और ये ‘भारतीय जनता पार्टी’ की नेता भी थी। इन्हें ग्वालियर की राजमाता के नाम से भी पुकारा जाता था।  इनका जन्म 12 अक्टूबर 1919 में हुआ था। इनका नाता मध्य प्रदेश के राणा परिवार से थे। इनके पिता जालौन ज़िला के डिप्टी कलैक्टर हुआ करते थे। जिनका नाम श्री महेन्द्रसिंह ठाकुर जालौन  था। वहीं इनकी मां का नाम श्रीमती ‘विंदेश्वरी देवी’ था। आइए जानते हैं कि आखिर कौन थी विजया राजे सिंधिया ( Vijaya raje scindia biography in hindi)

ग्वालियर के महाराजा से हुआ था विवाह

राजमाता विज याराजे सिंधिया (Vijaya raje scindia) की शादी ग्वालियर के महाराजा जीवाजी राव सिंधिया। ये शादी 21 फ़रवरी, 1941 में हुई थी। इस शादी से इन्हें तीन बच्चे हुए थे जो कि पुत्र माधवराव सिंधिया, पुत्री वसुंधरा राजे सिंधिया और यशोधरा राजे सिंधिया हैं।

राजनीतिक सफर

बीजेपी में शामिल होने से पहले ये कांग्रेस की नेता हुआ करती थी। लेकिन कांग्रेस के सैध्दांतिक मूल्यों से इनकी सोच काफी अगल थी। इसलिए विजया राजे सिंधिया (Vijaya raje scindia) जनसंघ यानी बीजेपी में शामिल हो गई। ये कितनी प्रभावशाली थी आप इसका अंदाजा इसी चीज से लगा सकते हैं कि इन्होंने जितने भी चुनाव लड़े थे उसमें ये विजय ही हुई थी। यानी एक भी चुनाव में इनको हार नहीं मिली थी।  वहीं साल 1999 में इन्होंने अपने बेटे को आगे किया था और इनकी जगह इनके बेटे माधवराव सिंधिया ने चुनाव लड़ा था।

विजयाराजे सिंधिया की मृत्यु

विजया राजे सिंधिया (Vijaya raje scindia death) ने  25 जनवरी 2001 को अपने जीवन आखिरी सांस ली थी। दरअसल ये लंबे समय से बीमार रहने लग गई थी। साल 1998 में इनकी तबीयत खराब हो गई थी और साल 2001 में इनकी मौत हो गई थी।

जारी किया 100 का सिक्का

विजया राजे सिंधिया (Vijaya raje scindia coin) को उनके जन्म दिवस पर याद करते हुए देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने एक सिक्का जारी किया है। जो कि 100 रुपए का सिक्का है। इस सिक्के का नाम स्मृति सिक्का (srimathi sikka) है और इस पर विजया राजे सिंधिया (Vijaya raje scindia coin) की छवि भी बनीं हुई है।

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