2000 ka note band news: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने 2,000 रुपये के नोट बंद करने पर कहा कि 30 सितंबर तक 2,000 रुपये के ज्यादातर नोट वापस आ जाएंगे. उन्होंने इस फैसले को केंद्रीय बैंक के मुद्रा प्रबंधन का हिस्सा बताया और कहा कि 2,000 का नोट वैध मुद्रा बना रहेगा. उन्होंने 2,000 के नोटों को वापस लेने के फैसले को सही बताते हुए कहा कि इस कदम से अर्थव्यवस्था पर ‘बहुत ही सीमित’ असर पड़ने वाला है. चलन में मौजूद कुल मुद्रा में 2,000 के नोट का हिस्सा सिर्फ 10.8 प्रतिशत है.
2000 का नोट कैसे करें वापस?
गवर्नर शक्तिकांत दास ने 2,000 रुपये का नोट कैसे वापस किया जाए? इस सवाल के जवाब पर कहा कि जो लोग 2000 का नोट वापस करना चाहते हैं वो अपने किसी भी पास के बैंक में जाकर इसे बदलवा सकते हैं या जमा करवा सकते हैं. बैंकों को 2,000 का नोट बदलने का आदेश दे दिया गया है.
2000 का नोट कब तक चलेगा?
2000 का नोट जमा करने पर होगी पैन कार्ड की जरूरत?
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर के मुताबिक नियमों के अनुसार अगर कोई व्यक्ति बैंक खाते में 50,000 रुपये या अधिक की राशि जमा करता है, तो स्थायी खाता संख्या (पैन) की अनिवार्यता का नियम है. इस प्रकार से 2,000 के नोटों पर भी ये नियम लागू होगा.
2000 का नोट क्यों बंद हो गया है?
साल 2016 में जब 2000 का नोट बाजार में आया था तो उस समय इसको लेकर काफी अटकले लगाई जा रही थी कि इस नोट में चिप है और ये नोट जल्द ही बाजार से वापस ले लिया जाएगा. चिप वाली बात गलत साबित हुई थी. वहीं इस नोट को जारी करने के दो साल बाद से इसे छापना बंद कर दिया गया था. जिससे इस नोट के बंद होने की अटकलें ओर तेज होने लगी. ये नोट बैंक और बाजारों में भी आना बंद हो गया था. वहीं अब इसे चलन से वापस लेने का ऐलान किया गया है.
2000 का नोट कब शुरू हुआ?
साल 2016 में नोटबंदी के बाद 2,000 रुपये का नोट लाया गया था. साल 2016 में 500 और 1000 के नोट को बैन किया था. जिसके बाद नए 500 का नोट आया था. साथ ही 2000 का नोट भी बाजार में उतारा गया था.