महात्मा गांधी की जीवन (Mahatma Gandhi Biography In Hindi) –
2 अक्टूबर के दिन हमारे देश की धरती पर महात्मा गांधी ने जन्म लिया था और इन्होंने अपने सारे जीवन को देश को आजाद करवाने और लोगों को उनका अधिकार दिलवाने के लिए समर्पित कर दिया था. गांधी जी की हर साल उनकी जयंती के दिन याद किया जाता है और इस साल इनकी 150 जयंती हमारा देश मनाने जा रहा है. वहीं इनके द्वारा हमारे देश को क्या क्या योगदान दिए गए हैं इसके बारे में आज हम आपको बताने वाले हैं.
गांधी जी के जन्म से जुड़ी जानकारी (Mahatma Gandhi Information)
गांधी जी का पूरा नाम (Name) | मोहनदास करमचन्द गांधी |
गांधी जी के अन्य नाम (Other Name) | महात्मा गांधी, बापू जी, गांधी जी |
जन्म दिन (Birth Date) | 2 अक्टूबर 1869 |
जन्म स्थान | पोरबंदर, बॉम्बे प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत (वर्तमान गुजरात राज्य) |
पेशा (Occupation) | वकील, राजनीतिज्ञ और लेखक |
शिक्षा (Education) | वकालत |
धर्म (Religion) | हिंदू |
नागरिकता | भारतीय |
गांधी जी की हत्या से जुड़ी जानकारी (Mahatma Gandhi Death Date Hindi)
गांधी जी की मृत्यु कब हुई | 30 जनवरी 1948 |
गांधी जी की मृत्यु किस आयु में हुई | 78 |
गांधी जी की मृत्यु कहां हुई | दिल्ली में |
गांधी जी की मृत्यु कैसे हुई | हत्या की गई |
गांधी जी की हत्या किसने की | नाथूराम गोडसे |
गांधी जी का शांत स्थान कहां पर है | राज घाट, दिल्ली, भारत |
गांधी जी के परिवार से जुड़ी जानकारी (Mahatma Gandhi Family)
गांधी के परिवार के सदस्य | उनके नाम |
पिता का नाम | करमचंद उत्तमचंद गांधी |
माता का नाम | पुतलीबाई |
कुल भाई बहने | तीन |
पत्नी का नाम | कस्तूरबाई माखनजी कपाड़िया |
बच्चों के नाम | हरिलाल गांधी, मणिलाल गांधी, देवदास गांधी,रामदास गांधी |
महात्मा गांधी का परिवार (Mahatma Gandhi Family)
आम परिवार में जन्म इस महाने शख्स ने सन् 1869 में जन्म लिया था और हिंदू परिवार में जन्म गांधी जी के पिता का नाता मोद बनिया जाति से था. गांधी जी अपने परिवार के साथ कुछ सालों तक पोरबंदर में रहे थे और जैसे ही ये 9 साल के हुए थे तब इनके पिता इस जगह को छोड़ कर राजकोट कार्य करने चले गए थे.
राजकोट के ही एक स्कूल में इन्होंने दाखिला लिया था और अपनी शिक्षा वहां से ग्रहण की थी. वहीं जब ये 13 साल के थे तो इनकी शादी करवा दी गई थी. इनकी पत्नी इनसे एक साल बड़ी थी और गांधी जी जब 16 साल के थे तब वो पिता बने थे. हालांकि इनकी पहली संतान का निधन कुछ दिनों के अंदर ही हो गया था और इसी साल यानी 1885 में ही इनके पिता का निधन भी हो गया था और इस तरह से एक साल के अंदर ही गांधी जी ने अपनी पहली संतान और अपने पिता को खो दिया था.
साल 1888 में गांधी जी दोबारा से पिता बनें और इनके घर में इनके सबसे बड़े पुत्र हरिलाल ने जन्म लिया और इसी तरह से गांधी जी साल 1900 में चार लड़कों के पिता बन गए थे.
महात्मा गांधी की शिक्षा (Mahatma Gandhi Education)
13 साल की आयु में शादी होने के बाद भी इन्होंने अपनी शिक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया और इन्होंने साल 1887 में अहमदाबाद के हाई स्कूल से स्नातक हासिल की थी. स्नातक होने के बाद इन्होंने सामलदास कॉलेज में दाखिला लिया था. हालांकि कुछ समय बाद इन्होंने सामलदास कॉलेज को छोड़ दिया था.
23 साल की आयु में दक्षिण अफ्रीका गए (Mahatma Gandhi In South Africa)
साल 1888 के अगस्त महीने में गांधी जी मुंबई चले गए थे और यहां जाकर ये कुछ महीनों बाद यहां से लंदन चले गए. लंदन जाने के बाद इन्होंने यहां के लंदन विश्वविद्यालय में दाखिला ले लिया. लंदन में जाकर इन्होंने कानून और न्यायशास्त्र की पढ़ाई की.यहां से कानून की पढ़ाई करने के बाद ये वापस राजकोट आ गए थे.
राजकोट में आकर इनकी मुलाकात दादा अब्दुल्ला से हुई जिनका दक्षिण अफ्रीका में शिपिंग का व्यवसाय था और इनके एक भाई को एक दक्षिण अफ्रीका में एक वकील की जरूरत थी और इन्होंने गांधी जी को इस नौकरी का प्रस्ताव दिया और गांधी जी ने इस प्रस्ताव को मंजूर कर दिया. साल 1893 में गांधी जी दक्षिण अफ्रीका चले गए और यहां जाकर इन्होंने अपने जीवन के 21 साल बिताए. इन 21 सालों में इन्होंने इस दक्षिण अफ्रीका में रहने वाले भारतीय समुदाय के लिए, जातिवाद,काले दक्षिण अफ्रीकी लोगों को मतदान का अधिकार प्राप्त करवाने जैसे कई कार्य किए.
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जी की भूमिका (Mahatma Gandhi Role In Freedom Struggle In Hindi)
जिस वक्त गांधी जी दक्षिण अफ्रीका में नेक कार्य कर रहे थे उसी वक्त भारत में अंग्रजों का अत्याचार बढ़ा जा रहा था और इसी बीच साल 1915 में गांधी जी की वापसी भारत हुई थी. भारत आने के बाद इन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा लिया और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संग जुड़ गए. भारत को आजाद करवाने के लिए इनके द्वारा कई सारे आंदलोन किए गए और इनके द्वारा किए गए कुछ आंदोलनों के बारे में जानकारी इस प्रकार है.
गांधी द्वारा किए गए आंदलोनों के बारे में जानकारी (Mahatma Gandhi Role In National Movement OR Mahatma Gandhi List Of Protests)
आंदोलन का नाम | कब शुरू किया गया |
चंपारण | 1917 |
खेदा (Kheda) | 1918 |
खिलाफत आंदोलन (Khilafat movement) | 1919 |
असहयोग (Non-co-operation) | 1922 |
नमक सत्याग्रह (Salt Satyagraha) | 1930 |
साल 1947 में मिली आजादी
गांधी जी और अन्य स्वतंत्रता सैनिकों ने ब्रिटिश को भारत को छोड़ने पर मजबूर कर दिया. हालांकि भारत की आजादी के साथ साथ हमारे देश के दो हिस्से किए जाने की मांग भी उठने लगी और इस मांग के चलते भारत को आजादी मिलने के साथ साथ इसके दो हिस्से भी हो गए. जिसमें से एक भारत के नाम से जाना जाने लगा और एक पाकिस्तान के नाम से. वहीं कहा जाता है कि भारत को आजादी मिलने का जहां एक तरफ हर कोई जश्न मना रहा था, वहीं दूसरी तरफ गांधी जी कलकत्ता में उपवास करते हुए कताई कर रहे थे.
गांधी जी की हत्या (Gandhi Death)
भारत को आजादी मिलने के एक साल बाद गांधी जी की हत्या कर दी गई थी और इनका हत्या दिल्ली में उस वक्त की गई थी जब ये ‘बिरला हाउस’ में थे. इनकी हत्या शाम को 5 बजकर 17 मिनट पर हुई थी. इनको नाथूराम गोडसे द्वारा मारा गया था और गोली लगने के 30 मिनट बाद गांधी जी की मौत हो गई थी. और इस तरह से बापू जी ने इस दुनिया को अलविदा कर दिया था.