सज्जन कुमार का जीवन परिचय (Sajjan Kumar Biography in Hindi)-
सज्जन कुमार तीन बार लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं और इनका नाम सन् 1984 में हुए सिख नरसंहार से जुड़ा हुआ है. कई सालों से इस नरसंहार पर चल रहे केस में अब इन्हें सजा हो गई है और कोर्ट ने इनको उम्रकैद की सजा सुनाई है. वहीं सज्जन कुमार कौन थे और आखिर इनको ये सजा क्यों सुनाई गई है इसके बारे में हम आपको जानकारी देने जा रहे हैं.
सज्जन कुमार का परिचय (Sajjan KumarIntroduction)
पूरा नाम (Full Name) | सज्जन कुमार |
जन्म तिथि (Birth Date) | 23 सितंबर, 1945 |
जन्म स्थान (Birth Place) | दिल्ली |
उम्र (Age) | 73 |
अन्य नाम (Nick Name) | – |
पेशा (Professions) | नेता |
किस पार्टी से जुड़े हैं | कांग्रेस |
चुनाव क्षेत्र | बाहरी दिल्ली, मंगोलपुरी सीट |
राष्ट्रीयता (Nationality) | भारतीय |
धर्म (Religion) | हिंदू |
पिता का नाम (Father’s Name) | श्री रघुनाथ सिंह |
माता का नाम (Mother’s Name) | मी कौर |
पत्नी का नाम | राम कुमार |
स्कूल (School) | – |
कॉलेज / यूनिवर्सिटी (College / university) | – |
शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualification) | मैट्रिक पास |
सज्जन कुमार का व्यक्तिगत जीवन (Sajjan Kumar Personal life)
सज्जन कुमार का जन्म दिल्ली में सन् 1945 में हुआ था और इनके पिता और माता का नाम श्री रघुनाथ सिंह और मी कौर है. वहीं इनकी पत्नी का नाम राम कुमार है और इनके कुल तीन बच्चे हैं जिनमें से एक बेटा और दो बेटी हैं. पूर्व सांसद रह चुके सज्जन कुमार ज्यादा पढ़े लिखे नहीं है और इनका शैक्षणिक योग्यता केवल मैट्रिक पास ही है.
सज्जन कुमार का राजनीति करियर (Career) –
सज्जन कुमार कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए हैं और इन्होंने दिल्ली में इस पार्टी की और से चुनाव लड़ रखा है. ये साल 1977 में प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी), दिल्ली के महासचिव भी रहे हैं.
सज्जन कुमार तीन बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं और इन्होंने लोकसभा चुनाव बाहरी दिल्ली से लड़े हैं. ये संसद की और से बनाई गई कई समितियों के सदस्य भी रहे हैं.
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सज्जन कुमार द्वारा संभाले गए पद
पद का नाम | कब संभाला |
7 वीं लोकसभा के लिए चुने गए | 1980 |
परामर्श समिति, कार्य और आवास मंत्रालय के सदस्य | 1980 |
10 वीं लोक सभा के लिए निर्वाचित हुए | 1991 |
दिल्ली, प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी), महासचिव | 1977 |
14 वीं लोकसभा के लिए चुने गए | 2004 |
शहरी विकास समिति के सदस्य | 2004 |
संसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना की समिति के सदस्य | 2004 |
सज्जन कुमार से जुड़े विवाद (Sajjan Kumar, 1984 Massacre of Sikhs) –
सन् 1984 में हुए सिख नरसंहार को करवाने में सज्जन कुमार का नाम भी शामिल है और इस नरसंहार के चलते इन्हें कोर्ट द्वारा उम्रकैद की सजा भी सुनाई गई है. गौरतलब है कि इंदिरा गांधी की हत्या के बाद ये नरसंहार दिल्ली में हुआ था जिसमें कई सिखों को मार दिया गया था.
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आखिर क्या थे आरोप
कहा जाता है कि दिल्ली में हुए इन सिख दंगों में इन्होंने अहम भूमिका निभाई थी और इन्होंने सिखों की हत्या में शामिल हुए लोगों को 100 रुपए और शराब की बोतलें दी थी. वहीं मार्च 1987 में इन दंगों पर बनाई गई जैन बनर्जी कमेटी ने सज्जन कुमार के खिलाफ मामला दर्ज करने की सिफारिश की थी, क्योंकि ये इस दंगे में शामिल थे. इसी तरह साल 1990 में बनाई गई पोट्टा रोशा समिति ने भी इनके खिलाफ केस दर्ज करने की सिफारिश की थी. वहीं इसी तरह से इन दंगों को लेकर कई और भी समिति बनाई गई थी और इन सभी समितियों द्वारा जो रिपोर्ट सोैंपी गई थी उसमें कुमार को आरोपी माना गया था.
दिल्ली हाईकोर्ट ने अब सुनाई सजा
लंबे समय से दिल्ली हाईकोर्ट में चल रहे इस मामले में अब फैसला आ गया है और कुमार को दोषी पाते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है और इन्हें दिसंबर महीने के अंत तक खुद को पुलिस के हवाले करने के निर्देश दिए हैं.