सेब का सिरका बनाने की विधि (Seb ka sirka banane ki vidhi)

सेब का सिरका बनाने की विधि (Seb ka sirka banane ki vidhi): सेब सिरके को सेहत के लिए उत्तम माना जाता है और महज दो चम्मच सेब का सिरका पीने से कई लाभ शरीर को मिलते हैं। सेब का सिरका आसानी से घर में बनााय जा सकता है। सेब का सिरका कैसे बनता है? अगर आपको नहीं पता है तो इस लेख पर एक नजर जरूर डालें। क्यों इसके माध्यम से हम आपको सेब का सिरका कैसे बनता है, सेब का सिरका पीने की विधि और इसके फायदे और नुकसान (Seb ka sirka fayde aur nukasan) बताने जा रहे हैं। तो आइए सबसे पहले जानते हैं कि सेब का सिरका (Seb ka sirka) क्या होता है।

सेब का सिरका क्या होता है? (Seb ka sirka kya hota hai)

सेब का सिरके को अग्रेंजी भाषा में एप्पल साइडर विनेगर कहा जाता है। ये पीने में काफी खट्टा होता है। इसे सेब के रस से निकाला जाता है। सेब के रस को फरमेन्ट करके ये प्राप्त किया जाता है। सेब का सिरका पीने के फायदे अनगिनत है। इसलिए लोग इसका सेवन जरूर करते हैं।

सेब के सिरके के फायदे (Seb ka sirka fayde)

  • पाचन तंत्र के लिए सेब का सिरका बेहद ही गुणकारी माना गया है। ये सिरका पीने से पेट आसानी से खराब नहीं होता है और पाचन क्रिया सही बनीं रहती है।
  • सेब के सिरके के फायदे पाचन तंत्र के संग भी जुड़े हुए हैं। इसे पीने से वजन को आसानी से घटाया जा सकता है।
  • डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए एप्पल साइडर विनेगर उत्तम माना गया है और इसे पीने से ये रोग नियंत्रित हो जाते हैं।
  • जिन लोगों को जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है। उन्हें सेब के सिरके का सेवन जरूर करना चाहिए।

तो ये थे सबे के सिरके के फायदे (Seb ka sirka fayde)। आइए अब जानते हैं सेब के सिरके के नुकसान (Seb ka sirka nuksan) क्या है।

सेब के सिरके के नुकसान (Seb ka sirka nuksan) 

अधिक सेब का सिरके पीने से मन खराब हो सकता है और उल्टी आ सकती है।

छोट बच्चों के लिए सेब का सिरका नुकासनदेही साबित होता है।

अधिक सेब का सिरका पीने से पेट खराब हो सकता है।

सेब का सिरका बनाने की विधि (Seb ka sirka banane ki vidhi)

1.सेब का सिरका बनाने के लिए आप को अच्छे और रस वाले सेब की जरूरत पड़ेगी। याद रखें की सूख सेब से सिरका बनाया जाता है तो वो खट्टा नहीं होता है। इसलिए सेब का सिरका बनाने के लिए रस वाले सेबों का ही चयन करें। सेब का सिरका बनाने की विधि के तहत आप 12 से 15 सेब ले लें और इन्हें पानी से अच्छे से धो लें।

2.फिर इनका छिल्ला उतारकर इन्हें छोटे टुकड़ों में काट लें। कुछ देर के लिए सेब को ऐसे ही रहने दें। जब तक ये भूरे रंग के ना हो जाएं।

3.अब कांच के जार में डाल दें और उसे पानी से भर दें। बर्तन के ऊपर जाली दार कपड़ा रख दें। ताकि सेब के टुकड़ों को हवा लगती रहे। इस जार को 6 महीनों तक रखें रखें और समय समय पर इसमें रखे सेबों के हिलाते रहें।

4.इस अवधि के दौरान ये अच्छे से फर्मेंटेशन हो जाएंगे। 6 महीने बाद इनपर आपको एक परत दिखएगी। इसे छान लें। इन्हें नए जार में रख दें और उसे पानी से भर दें और इसे  एक महीने के लिए रख दें।

5.सेब का सिरका बनकर तैयार है। इसे आप फ्रिज में रख लें और जरूर पढ़ने पर इसका प्रयोग कर लें। तो ये थी सेब का सिरका बनाने की विधि (Seb ka sirka banane ki vidhi)

सेब का सिरका पीने की विधि (Seb ka sirka peene ki vidhi)

सेब का सिरका कैसे पीया जाता है। कई लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं होती है। सेब का सिरका पीने की विधि सरल है। गुनगुने पानी में एक चम्मच इसे डालकर इसे पीया जा सकता है। याद रहे की अधिक मात्रा में सेब के सिरके का सेवन न करें। अधिक मात्रा में सेब का सिरका पीना नुकसान देह साबित हो सकता है।

हम उम्मीद करते हैं कि इस लेख को पढ़कर आपको सेब का सिरका क्या होता है, सेब के फायदे और नुकसान (Seb ka sirka fayde aur nukasan) और सेब का सिरका बनाने की विधि (Seb ka sirka banane ki vidhi) का पता चल गया होगा।

ये भी पढ़ें- सेब के फायदे, नुकसान और सेब खाने का सही समय (Apple Benefits In Hindi )

ये भी पढ़ें- जामुन के सिरके के फायदे और नुकसान (Jamun Sirka Ke Fayde Aur Nuksan)

हरियाली तीज पर लगाएं ये ट्रेंडिग मेहंदी के डिजाइन प्रदोष व्रत के दिन भूलकर भी न करें ये काम झारखंड बोर्ड 10वीं, 12वीं का रिजल्ट ऐसे करें चेक
हरियाली तीज पर लगाएं ये ट्रेंडिग मेहंदी के डिजाइन प्रदोष व्रत के दिन भूलकर भी न करें ये काम झारखंड बोर्ड 10वीं, 12वीं का रिजल्ट ऐसे करें चेक