उमर खालिद की जीवनी (Umar Khalid Biography In Hindi)
उमर खालिद जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के पूर्व विद्यार्थी हैं और साल 2016 में देश के खिलाफ लगाए गए नारों में ये शामिल थे और हाल ही में इनके खिलाफ पुलिस द्वारा कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल की गई है.
उमर खालिद का परिचय (Introduction)
पूरा नाम (Full Name) | उमर खालिद |
जन्म तिथि (Birth Date) | 1989 |
जन्म स्थान (Birth Place) | भारत |
पेशा (Professions) | – |
राष्ट्रीयता (Nationality) | भारतीय |
धर्म (Religion) | इस्लाम |
पिता का नाम (Father’s Name) | सैयद कासिम इलियास |
माता का नाम (Mother’s Name) | – |
शिक्षा | जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से PHD की है, इतिहास में एम. ए और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से M. Phil |
उमर खालिद का व्यक्तिगत जीवन (Personal life) –
उमर खालिद का जन्म 1989 में हुआ था और इनके पिता वेलफेयर पार्टी ऑफ़ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमात-ए-इस्लामी हिंद के नेता हैं. इनका परिवार दिल्ली में रहता है, हालांकि इनके परिवार का नाता महाराष्ट्र से है.
उमर खालिद की शिक्षा (Education)
इन्होंने दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से इतिहास में पढ़ाई कर रखी है और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से इन्होंने इतिहास में परास्नातक और एम.फिल (M.Phil) कर रखा है.
उमर खालिद के विवाद (Controversy)
- साल 2016 में खालिद द्वारा लगाए गए नारों के चलते इनका नाम विवाद में आया था. दरअसल इन्होंने 9 फरवरी 2016 के दिन जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में नारे लगाते हुए अफ़ज़ल गुरु और कश्मीरी अलगाववादी मकबूल भट को दी गई मृत्युदंड की सजा का विरोध किया था. आपको बता दें कि अफजल गुरु का हाथ 2001 में भारतीय संसद में हुए हमले के पीछा था.
- इस दौरान हमारे देश के खिलाफ भारत-विरोधी नारे भी लगे थे और इन नारों में कश्मीर की आज़ादी की बात बोली गई थी. इन नारों को लगाने में इनके साथ इनके अन्य 10 साथी भी शामिल थे.
- इनके द्वारा जो नारे लगाए गए थे उससे जुड़ा एक वीडियो सामने आया था और इस वीडियो के सामने आने के बाद इनके खिलाफ पुलिस कार्यवाही की गई थी.
कॉलेज के खिलाफ कोर्ट गए थे
कॉलेज के अदंर लगाए गए इन नारों के चलते इनके कॉलेज ने इनके द्वारा साल 2018 में दिए जाने वाले पीएचडी थीसिस को जमा करने से मना कर दिया था. जिसके बाद इन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट में कॉलेज द्वारा इनके पीएचडी थीसिस को जमा ना करने को लेकर केस लड़ा था और इस केस को इन्होंने जीत भी लिया था. जिसके बाद कॉलेज ने इनके पीएचडी थीसिस को जमा कर लिया था. दरअसल इनके खिलाफ इन नारों को लेकर उच्च स्तरीय जांच समिति बैठाई गई थी और इस जांच का हवाला देते हुए इनका पीएचडी थीसिस जमा नहीं किया गया था.
हाल ही में दायर हुई चार्जशीट
देश के खिलाफ लगाए गए इन नारों के चलते इनके और इनके 10 साथियों के खिलाफ हाल ही में पुलिस द्वारा चार्जशीट दायर की गई है. इस चार्जशीट में 9 फरवरी के दिन क्या क्या हुआ था इसका जिक्र है. ये चार्जशीट 1200 पन्नों की है और इस चार्जशीट में वो सभी नारे भी मौजूद हैं जो कि देश के खिलाफ उस दिन लगाए गए थे. इनके अलावा इस मामले में कन्हैया कुमार का नाम भी शामिल किया गया है.