उत्पन्ना एकादशी का व्रत, तिथि, मुहूर्त और इससे जुड़ी जानकारी
हिन्दू धर्म में कई प्रकार के व्रतों का उल्लेख किया गया है और इन व्रतों को लोगों द्वारा रखा भी जाता है. इन्हीं व्रतों में से एक व्रत उत्पन्ना एकादशी (Utpanna Ekadashi 2018) का भी होता है जो कि हर साल आता है. दरअसल हमारे धर्म में 24 तरह की एकादशी होती हैं जिनमें से उत्पन्ना एकादशी बेहद ही खास होती है. इस साल ये एकादशी दिसंबर महीने में आ रही है. वहीं ये एकादशी इतनी खास क्यों होती है, इस दौरान क्या किया जाता है और इस साल ये एकादशी कब आ रही है इसकी जानकारी आज हम आपको देने जा रहे हैं.

उत्पन्ना एकादशी
ये एकादशी मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष में आती है और इस दिन लोगों द्वारा व्रत रखा जाता है और इस साल ये एकादशी 3 दिसंबर के दिन पड़ रही है. हर महीने दो एकादशी आती हैं जिनमें से एक एकादशी कृष्ण पक्ष और दूसरी शुक्ल पक्ष में आती है और इस दिन विष्णु जी का पूजन किया जाती है.
उत्पन्ना एकादशी की दिनांक और मुहूर्त
कब शुरू होगी एकादशी | 2 दिसंबर 2018 |
कितने बजे से | दोपहर 2 बजे से |
कब तक होगी एकादशी | 3 दिसंबर 2018- 12:59 बजे तक |
पारण का समय | 4 दिसंबर 2018 |
पारण कब से कब तक होगा | सुबह 07.02 से 09.06 बजे तक |
आखिर क्या एकादशी
दरअसल एकादशी एक देवी थी और कहा जाता है कि इनका जन्म भगवान विष्णु जी से हुआ था. जो कि मार्गशीर्ष महीने की कृष्ण एकादशी के दिन उत्पन्न हुई थी. जिसके चलते इनका नाम उत्पन्ना एकादशी रख दिया गया और साथ में ही इस दिन इनका व्रत रखा जाने लगा.
उत्पन्ना एकादशी का महत्व
उत्पन्ना एकादशी का व्रत काफी लोगों द्वारा रखा जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से फल जल्द प्राप्त होता है. इतना ही नहीं ऐसा माना जाता है कि तीर्थ स्नान और दान करने से जो फल मिलाता है उससे अधिक फल इस व्रत को करने से प्राप्त होता है. साथ ही ये व्रत करने से मन शांत भी रहता है.