सावन का महीना (Sawan Month) 6 जुलाई से शुरू होने वाला है और इस मास के दौरान भोलेनाथ का पूजन किया जाता है। सावन मास (Sawan Month) को पवित्र मास कहा जाता है और इस मास के दौरान शिवलिंग पर जल चढ़ाने से हर मनचाही चीज मिल जाती है। सावन मास 2020 (Sawan Month 2020) 13 अगस्त तक चलेगा और इस बार इस मास में सोमवार पांच आ रहे हैं।
सावन मास में क्यों की जाती है शिव की पूजा

सावन मास के दौरान आखिर क्यों शिवलिंग की पूजा करने और उनपर जल चढ़ाने का रिवाज है। इसके एक कथा जुड़ी हुए। सावन मास कथा के मुताबिक समुद्र मंथन के दौरान जहर का पात्र जब निकला था। तो वो देवों के हिस्से आया था। लेकिन कोई भी देव इसे पीने के लिए आगे नहीं हो रहा था। ऐसे में देवों की जान को बचाने के लिए स्वयं भोलेनाथ आगे आए और उन्होंने इस जहर के पात्र को पूरा पी लिया। ये जहर काफी तेज था इस हेतु शिव जी ने इसे अपने कंठ पर ही रोक लिया। ताकि इसका असर उनपर ना पड़ सके। हालांकि ऐसा करने के कारण शिव जी का बदन तपने लगा। शिव जी को इस हालात में देख, देवों ने एक उपाय निकाला और शिव जी पर जल डालने लगे। ताकि उनको आराम मिल सके। तभी से ही सावन मास में शिव पर जल अर्पित करने की प्रथा शुरू हो गई।
इस तरह से करें शिव पूजा
शिव पूजा अगर सच्चे मन से की जाए तो शिव जी प्रसन्न होकर मनचाही चीज प्रदान कर देते हैं। इसलिए आप अच्छे मन और नीचे बताई गई चीजों को ध्यान में रखकर शिव पूजन करें। शिव पूजन विधि और शिव पूजा नियम इस प्रकार है।
शिव पूजा नियम
प्रथम आप शिवलिंग पर जल चढ़ा दें और शिवलिंग का अभिषेक कर दे। इसके बाद उन्हें चावल, दूध, दही और अन्य चीजे चढ़ा दें। शिव को चंदन प्रिय होता है। इसलिए उनको इसका तिलक लगाएं। ये करने के बाद शिव आरती करें और शिव के सामने दीपक जल अपने मन में मनचाही चीज मांग लें। शिव पूजन करने के बाद गरीब लोगों को दान करें।
व्रत किस तरह से करें
शिव पूजन के अलावा सावन में व्रत भी रखा जाता है, जो कि सोमवार के दिन होते है। व्रत करने हेतु आप सबसे पहले शिव की पूजा कर व्रत करने का संकल्प धारण करें। व्रत को दौरान महज एक बार ही खाना ग्रहण करें। हालांकि आप फल और दूध का सेवन बीच-बीच में कर सकते हैं।
ना करें ये चीजें अर्पित
शिव की पूजा करते समय कई चीजों को ध्यान रखना पड़ता है। भोले नाथो को तुलसी नहीं चढाई जाती है। इसी तरह से बोले नाथ को लाल फूल और सिंदूर भी चढ़ाने से बचें।
शिव कृपा पाने के उपाय
शिव कृपा पाने के उपाय बेहद ही सरल हैं। आप बस सोमवार के दिन शिवाजी महाराज का पूजन करें। शिवाजी महाराज की कृपा आप पर बन जाएगी।
शिवलिंग पर कौन सा फूल नहीं चढ़ाना चाहिए
ड़हल का फूल (hibiscus flower) शिवाजी महाराज पर ना अर्पित करें।
शिवलिंग पर क्या नहीं चढ़ाना चाहिए
भोलेनाथ को कुमकुम, हल्दी और तुलसी चढाने की भूल ना करें।
शिव जी को कौन सा फूल चढ़ाना चाहिए
शिव के प्रिय फूल गुलाब, चमेली हैं।
शिवलिंग पर जल चढ़ाने का समय
शिवलिंग पर जल चढ़ाने के उत्तम समय सुबह का माना जाता है।
भगवान शिव को बुलाने का मंत्र
ओम नमः शिवाय और ॐ नमः शिवाय