अमित शाह का जीवन परिचय (Amit Shah Biography In Hindi)
अमित शाह राजनीति से जुड़े काफी कद्दावर नेता है और इस वक्त ये हमारे देश की सबसे बड़ी पार्टियों में गिनी जाने वाली पार्टी बीजेपी का कार्य संभाल रहे हैं. साथ में ही ये राज्यसभा के सांसद भी हैं और ये गुजरात राज्य से राज्यसभा के लिए चुने गए हैं.
अमित शाह से जुड़ी जानकारी (Amit Shah Biography)
नाम (Name) | अमित शाह |
जन्म दिन (Birth Date) | 22 अक्टूबर 1964, मुंबई |
आयु (Age) | 54 वर्ष |
पेशा (Occupation) | राजनेता और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष |
राज्यसभा के सांसद | गुजरात से |
शिक्षा (Education) | बायोकेमिस्ट्री में बीएससी |
धर्म (Religion) | गुजराती हिंदू बनिया |
नागरिक्ता | भारतीय |
पत्नी का नाम | सोनल शाह |
बच्चों का नाम | जय शाह |
वेबसाईट (Website) | http://www.amitshah.co.in/ |
ट्विटर (Twitter) | https://twitter.com/amitshah?lang=en |
अमित शाह का परिवार (Amit Shah’s Family)
अमित शाह का नाता एक व्यापारी परिवार से हैं और इनके पिता चंद्र शाह एक व्यापारी थे. इनके पिता का पीवीसी पाइप का व्यवसाय था. अपनी शिक्षा पूरी करते ही इन्होंने अपने पिता के साथ मिलकर उनका व्यापार संभालना शुरू कर दिया था. हालांकि कुछ समय बाद इन्होंने व्यापार ना करके, अहमदाबाद के सहकारी बैंक में स्टॉकब्रोकर के तौर पर कार्य करना शुरू कर दिया था. इनकी पत्नी का नाम सोनल है और इनका एक बेटा भी है, जो कि एक व्यापारी है. इनकी बहु का नाम ऋषिता है और वो एक व्यापारी परिवार से आती हैं.
अमित शाह का करियर
अमित शाह काफी पढ़े लिखे हुए हैं और इनके पास बायोकेमिस्ट्री में बीएससी की डिग्री है. पढ़ाई करने के बाद ये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संग से जुड़ गए थे और धीरे धीरे ये गुजरात की राजनीति में सक्रिय होने लगे और इस दौरान ही इनकी मुलाकात मोदी जी से हुई थी.
साल 2002 में लड़ा था विधानसभा चुनाव
इन्होंने साल 2002 में अपने राज्य की सरखेज (Sarkhej) निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था और इस चुनाव को जीता भी था. वहीं साल 2007 में इन्होंने फिर से इस सीट से चुनाव लड़कर अपनी जीत दर्ज करवाई थी. साल 2002 में चुनाव जीतने के बाद ये इस राज्य के मंत्री बने थे और इनको कई सारे मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंप गई थी.
अमित शाह से जुड़े विवाद
सोहराबुद्दीन शेख केस में इनका नाम भी सामने आया था और इस केस के चलते इनको काफी विवाद का सामान भी करना पड़ा था. हालांकि इस केस में इनको कोर्ट द्वारा अब क्लीन चिट दे दी गई है.
बतौर बीजेपी के अध्यक्ष
इनकों साल 2014 में बीजेपी पार्टी के सबसे बड़े पद की जिम्मेदारी सौंप गई थी और इनको इस पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया था. इनकी और से किए गए अच्छे कार्य को देखते हुए इनको साल 2016 में दोबारा से इस पद के लिए चुना गया था.