नागकेसर के फायदे, नुकसान और खुराक (Nagkesar in Hindi )

नागकेसर (Nagkesar) एक औषधियां पौधा है जिसका प्रयोग कई आयुर्वेदिक दवां में किया जाता है। नागकेसर के फायदे अनगिनत हैं। नागकेसर(Nagkesar) को अंग्रेजी भाषा में मेसुआ (Mesua ferrea) नाम से जाना जाता है। ये एक सदाबहार पेड़ है और भारत और एशिय के कई देशों में पाया जाता है।

नागकेसर क्या है (What is Nagkesar)

नागकेसर के फूल (Nagkesar Flower) सफ़ेद और पीले रंग के होते हैं और इन फूलों के अंदर केसरी रंग के पुंकेसर गुच्छा होता है और इसे ‘नागकेसर’ कहा जाता है।

नागकेसर का पेड़ व नागकेसर ट्री (Nagkesar ka Tree)

नागकेसर का पेड़ लगभग 15-30 मीटर ऊंचा होता और इस पेड़ का आकार माध्यम होता है। इस पेड़ में फूल भी लगते हैं। नागकेसर का पेड़ उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों (Tropical regions) जगह पर पाया जाता है। नागकेसर के पेड़ पर सफेद रंग के फूल लगते हैं। इस पेड़ के छाल से लेकर पत्तियों, फूल और बीज में औषधियां गुण पाए जाते हैं। इस पेड़ के बीज भूरे रंग के होतें हैं।

nagkesar in hindi
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नागकेसर के फायदे (Nagkesar ke fayad) 

नागकेसर के फायदे इस पेड़ को बेहद ही गुणकारी बनाते हैं। नागकेसर के साथ तमाम तरह के लाभ जुड़े हुए हैं जो कि इस तरह से हैं।

सर्दी और खांसी करे दूर ( Nagakesara ke fayde in Cough and Cold) –

नागकेसर का काढ़ा पीने से सर्दी और खांसी से राहत पाई जा सकती है। नागकेसर की छाल में पाए जाने वाले गुण खांसी और सर्दी को तुरंत सही कर देती है। खांसी और जुकाम होने पर इस पेड़ की छाल का काढ़ा बनाकर पी लें। काढ़ा बनाने के लिए नागकेसर की छाल को साफ करके पीस लें और इसे गर्म पानी में डालकर पानी को अच्छे से उबाल लें। इस पानी को हल्का ठंडा करके पी लें। ये पानी पीने से खांसी और सर्दी फौरान सही हो जाएंगी।

हिचकी रुके (Nagkesar ke fayde to stop Hiccups)

हिचकी किसी को भी हो सकती है। हिचकी को रोकना बेहद ही मुश्किल होता है और अधिक हिचकी होने पर पेट में दर्द होने लग जाती है। हालांकि हिचकी होने पर अगर नागकेसर का चूर्ण (nagkesar churna) में खाया जाए तो हिचकियां बंद हो जाती हैं। हिचकी होने पर एक चम्मच शहद के अंदर नागकेसर का चूर्ण मिला लें और इसके सेवन कर लें। चूर्ण खाते ही हिचकी आना बंद हो जाएंगी।

दस्त हो सही (Nagkesar ke fayde Diarrhea in Hindi)

दस्त की समस्या को दूर करने में नागकेसर का चूर्ण उत्तम माना जाता है और इसे खाने से दस्ते से आराम मिल जाता है। दस्त होने पर नागकेसर के चूर्ण को पानी में डालकर ये पानी पी लें। आपको दस्त से राहत मिल जाएगी और पेट सही हो जाएगा।

मासिक धर्म में ना अधिक रक्त स्राव (Nagkesar ke fayde in Hindi)

मासिक धर्म के दौरान कई महिलाओं को अधिक रक्त स्राव होता है। अधिक रक्त स्राव होने से खून में कमी आ जाती है और शरीर में कमजोरी महसूस होती है। मासिक धर्म के समय अगर आपको भी यही समस्या होती है तो आप नागकेसर चूर्ण का सेवन करें। नागकेसर चूर्ण खाने से मासिक धर्म के दौरान अधिक रक्त स्राव नहीं होगा।

जोड़ों का दर्द हो सही (Nagkesar ke fayde from Joint Pain)

नागकेसर के फायदे (nagkesar ke fayde) जोड़ों के दर्द के संग भी हैं। नागकेसर के तेल से जोड़ों की मालिश करने से जोड़ों की दर्द सही हो जाती है। जोड़ों में दर्द होने पर नागकेसर के बीजों के तेल को जोड़ों पर लगा लें। इस तेल से मालिश करने से दर्द सही हो जाएगी। जोड़ों के दर्द के अलावा इस तेल की मदद से हाथ,कमर और पैरों की दर्द को भी सही किया जा सकता है।

घाव भरें (Nagkesar ke fayde to Heal the Wound in hindi)

चोट के घाव को भरने में नागकेसर फायदेमंद होता है और इसके तेल की मदद से घाव जल्द ही सही हो जाता है। चोट लगने पर या त्वचा के जलने पर नागकेसर का तेल लगा लें। नागकेसर का तेल लगाने से घाव जल्दी भरने लग जाएगा।

त्वचा के साथ जुड़े नागकेसर के फायदे (Nagkesar ke fayde for skin)

रंगत हो साफ

नागकेसर का तेल चेहरे पर लगाने से त्वचा की रंगत साफ हो जाती है और त्वचा पर निखार आ जाता है। त्वचा की रंगत साफ करने के लिए नागकेसर का तेल रोज रात को सोने से पहले अपने चेहरे पर लगाएं। ये तेल रोज रात को चेहरे पर लगाने से एक हफ्ते के अंदर ही आपको नजर आने लग जाएगा और चेहरे खिला जाएगा।

खुजली से मिले आराम

त्वचा में खुजली की समस्या होने प नागकेसर का तेल लगा लें। नागकेसर का तेल लगाने से खुजली से दूर हो जाएगी और त्वचा सही हो जाएगी।

Nagkesar Properties in Hindi – नागकेसर में पाए जाने वाले गुण

नागकेसर के अंदर कई सारे गुण मौजूद होते हैं जिसकी वजह से ये पौधा आयुर्वेद में विशेष माना गया है। नागकेसर पौधे के अंदर एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी एस्थ्मेटिक, एंटी माइक्रोबियल, एंटी-फ़ंगल और एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं।

नागकेसर की खुराक (Dosage of Nagkesar )

नागकेसर के फायदे जानने के बाद इसका सेवन कितनी मात्रा में करना चाहिए ये भी जान लें। क्योंकि अधिक मात्रा में नागकेसर को खाने से शरीर को नुकसान पहुंच सकता है। अगर आप नागकेसर के चूर्ण का सेवन करते हैं तो ये चूर्ण 250-500 mg की मात्रा में ही लें। इससे अधिक मात्रा में चूर्ण का सेवन ना करें। वहीं जो लोगो नागकेसर का काढ़ा पीते हैं वो ये काढ़ा 10-20 ml की मात्रा में ही लें।

नागकेसक के नुकसान साइड इफेक्ट्स (Nagkesar ke Side-Effects)

बच्चो के लिए नागकेसर हानिकारक हो सकते हैँ। इसलिए छोटे बच्चों को नागकेसर खाने को ना दें। इसी तरह से
गर्भवती और स्तनपान करने वाली महिलाएं भी नागकेसर का सेवन ना करें।

नागकेसर के दान और कहां से खरीदें (Where to Buy Nagkesar in Hindi)

कई आयुर्वेदिक दवा बेचने वाली कंपनियों द्वारा नागकेसर बेचा जाता है और आप इस ऑनलाइन भी खरीद सकते हैँ। नागकेसर पतंजलि द्वारा भी बेचा जाता है।

नागकेसर के टोटका (Nagkesar ke totke)

रोगों को सही करने के अलावा नागकेसर का प्रयोग टोटकों के लिए भी किया जाता है। नागकेसर के फायदे पढ़ने के बाद आप इससे जुड़े टोटके भी जान लें।

  • आर्थिक संकट आने पर एक चांदी की डिब्बी के अंदर नागकेसर के फूल और हल्दी डाल दें। इस डब्बे को तिजोर में रख दें। नागकेसर के टोटके की मदद से आर्थिक तंगी दूर हो जाएगी।
  • दीपवाली वाले दिन नागकेसर का प्रयोग लक्ष्मी पूजा के दौरान करें और बाद में नागकेसर को एक लाल रंग की पठली में बांध दें और इसे अपनी तिजोरी में रख दें। लक्ष्मी मां की कृपा आप पर बन जाएगी।
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