सुप्रीम कोर्ट ने कहा- मायावती को अपनी प्रतिमायां बनाने में खर्च किए गए सरकारी पैसों को लौटाना होगा

नई दिल्ली: बसपा प्रमुख मायावती को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court Mayawati statues Case) की और से तगड़ा झटका लगा है और कोर्ट ने मायावती को जनता का पैसा वापस लौटाने को कहा है. दरअसल मायावती की प्रतिमाओं को बनाने में की गई फिजूल खर्ची को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने ये टिप्पणी की है और इस टिप्पणी में कोर्ट ने कहा है कि इन मूर्तियों पर हुए खर्च को मायावती को वापस करना होगा. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की बेंच ने इस मामले में दायर एक याचिका पर ये सुनवाई की है, हालांकि अभी इस मामले में विस्तृत सुनवाई 2 अप्रैल को की जानी है. अपनी इस टिप्पणी में कोर्ट ने कहा है कि इन मूर्तियों को बनाने में आए गए खर्च की पूरी राशि सरकारी कोष में जमा की जाएगी.

Bahujan Samaj Party Mayawati's statue supreme court judgment
Bahujan Samaj Party Mayawati’s statue supreme court judgment

बतौर मुख्यमंत्री रहते हुए बनाई ये प्रतिमा

दरअसल साल 2007 में उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनने के बाद मायावती ने अपने राज्य में दो पार्कों का निर्माण करवा था और इन पार्क में अपनी मूर्तियां लगवाई थी. अपनी मूर्ति के अलावा मायावती ने भीमराव अंबेडकर, अपनी पार्टी के संस्थापक कांशीराम की भी मूर्तियां भी इन पार्क में लगवाई थी. इतना ही नहीं अपने पार्टी के चुनावी चिह्न हाथी की मूर्तियां भी लखनऊ और नोएडा में बनाए गए इन दोनों पार्क में लगवाई थी.

वहीं मायावती द्वारा जनता के पैसों से बनाई गई इन मूर्ति को लेकर कोर्ट में याचिका डाली गई थी और इस याचिका में कहा गया था कि नेता अपनी और पार्टी के  निशान की प्रतिमाएं बनाने पर जनता का पैसा ना खर्च करें इसका निर्देश दिए जाएं. ये याचिका रविकांत और अन्य लोगों द्वारा दायर की गई थी.

Bahujan Samaj Party Mayawati's statue supreme court judgment
Bahujan Samaj Party Mayawati’s statue supreme court judgment

1,300 करोड़ रूपए आया था खर्च

इन दो पार्क बनवाने के लिए मायावती ने जनता के करीब 1,300 करोड़ रुपए लगाए थे. वहीं इतना सारा पैसा खर्च करने को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक मामला दर्ज किया था जिसमें कहा गया था कि इन पार्क को बनाने में सरकार का 111 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. आपको बता दें कि मायावती के द्वारा पत्थर से बनी हाथी की 30 मूर्तियां बनवाई गई थी और कांसे की 22 प्रतिमाएं थी. और हाथी की इन मूर्ति को बनाने में ही करीब  685 करोड़ रुपए का खर्चा आया था.

इन दोनों पार्क को काफी शानदार तरह से बनाया गया था और इन पार्क पर कई फिल्म की शूटिंग भी होती रहती है. वहीं इस मामले से जुड़ी एक रिपोर्ट में ये भी कहा गया था कि इन दोनों पार्क को सही से रखने के लिए करीब 5,634 कर्मचारी को लगाया गया था.

चुनाव हार गई थी मायावती

साल 2012 में हुए इस राज्य के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने मायावती के द्वारा किए गए इन खर्चों को मुद्दा बनाय़ा था जिसके चलते समाजवादी पार्टी को इन चुनाव में जीत मिली थी और मायावती को अपनी सत्ता खोनी पड़ी थी. साथ में पर ही समाजवादी पार्टी ने इनपर 40 हजार करोड़ के मूर्ति के घोटाले का आरोप भी लगाया था. वहीं अब इस मामले में कोर्ट के इस फैसले के बाद मायावती को ये सभी पैसे सरकार को वापस करने होंगे.

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