गुलकंद के फायदे और नुकसान (Gulkand Ke Fayde)

गुलकंद क्या होता है, फायदे और नुकसान (Gulkand Ke Fayde And Nuksan): गुलकंद गुलाब की पंखुडियों से बनाया जाता है और इसे खाने से कई लाभ शरीर को प्राप्त होते हैं। आयुर्वेद में गुलकंद के फायदों का जिक्र मिलता है और इसे खाने की सलाह सबको दी जाती है। इसलिए अगर आप गुलकंद का सेवन नहीं करते हैं, तो आज से ही इसे खाना शुरू कर दें। इसे खाने से आपको सेहत से जुड़े कई लाभ मिलेंगे। गुलकंद क्या होता है, गुलकंद के फायदे और नुकसान (Gulkand Ke Fayde And Nuksan) की जानकारी नीचे विस्तार में बताई गई है।

गुलकंद क्या होता है

गुलकंद एक प्रकार का मुरब्बा होता है, जो कि गुलाब की पंखुड़ियों को सुखा कर बनाया जाता है। गुलाब के पत्तों से मुरब्बे को बनाया जाता है, जिसकी वजह से इसे गुलंकद नाम दिया गया है। गुलकंद का स्वाद मीठा होता है और इसे Damask rose के पंखड़ियों से बनाया जाता है। गुलकंद खाने के फायदे और नुकसान क्या है, वो इसे किस प्रकार से खाया जाता है। इसकी जानकारी इस प्रकार है।

गुलकंद के फायदे (Gulkand Ke Fayde)

छाले करे सही

गुलकंद को खाने से मुंह के छाले जल्द ही सही हो जाते हैं। मुंह में छाले होने पर आप गुलकंद का सेवन दिन में दो बार करें। इसे खाते ही छालों पर आराम पहुंचेगा और छाले सूखने लग जाएंगे। साथ में ही इनमें होने वाली दर्द भी सही हो जाएगी। दरअसल गुलकंद में विटामिन-बी पाया जाता है जो कि छालों को भरने का काम करता है और इसने निजात मिल जाती है।

आंखों का लालपन करे सही

अधिक दर तक टी.वी या कंप्यूटर में काम करने से आंखों पर जोर पड़ता है और कई लोगों की आंखे लाल तक हो जाती है। आंखों के लालपन व सूजन को दूर करने में गुलकंद फायदेमंद साबित होता है और इसे खाने से ये समस्या दूर हो जाती है। इसलिए आंखों से जुड़ी ये समस्या होने पर एक चम्मच गुलकंद को खा लें।

गैस की समस्या से मिले राहत

गैस की समस्या होने पर गुलकंद खाना गुणकारी होता है। गुलकंद खाने से पेट में गैस नहीं बनती है और पेट का भारीपन भी कम होने लग जाता है। इसके अलावा पेट को ठंडा रखने में भी गुलकंद फायदेमंद होता है। इसे खाने से पेट में गर्मी नहीं होती है।

कब्ज में गुलकंद

कब्ज को दूर करने में भी गुलकंद सहायक होता है। इसे खाने से पेट में होने वाली कब्ज दूर हो जाती है और पेट को आराम मिलता है। कब्ज होने पर आप एक गिलास गर्म पानी के साथ गुलकंद का सेवन कर लें। कब्ज सही हो जाएगी और पेट का भारी पन दूर हो जाएंगा। कब्ज में गुलकंद खाने उत्तम है।

दिल के लिए स्वस्थ

दिल के लिए भी गुलकंद को लाभकारी माना गया है। इसे खाने से दिल की रक्षा रोगों से होती है। दिल के रोगियों को गुलकंद जरूर खाना चाहिए।

गुलकंद खाने के नुकसान (Gulkand Ke Nuksan)

गुलकंद के फायदे पढ़ने के बाद एक बार नजर डाल लें गुलकंद खाने के नुकसान (Gulkand Ke Nuksan) क्या होते हैं।

गुलकंद का अधिक सेवन करने से शरीर में शुगर का स्तर बढ़ सकता है। दरअसल इसका स्वाद काफी मीठा होता है। इसलिए शुगर के रोगियों को गुलकंद नहीं खाना चाहिए। हालांकि बाजारों में gulkand organic without sugar भी आता है। इसलिए मधुमेह होने पर gulkand organic without sugar को खरीद सकते हैं। gulkand organic without sugar गुलकंद में चीनी का प्रयोग बिलकुल नहीं किया जाता है।

गुलंकद का सेवन सर्दी के समय करने से बचें। इसे खाने से शरीर को ठंड लग सकती है। गुलकंद की तासीर ठंडी होती है और इसका सेवन करने से जुकाम की समस्या हो सकती है।

गुलकंद को कैसे खाएं (Gulkand Kaise Khaye)

आप दिन में दो बार गुलकंद को खा सकते हैं। एक चम्मच सुबह व एक चम्मच शाम को खाएं। अगर आपको शुगर है तो रोज इसका सेवन न करें। इसके अलावा आप चाहें तो रोटी पर भी गुलकंद को लगाकर खा सकते हैं। इसके अलावा गुलकदं का सेवन दूध के संग भी किया जा सकता है। एक गिलास दूध के अंदर एक चम्मच गुलकंद डालकर इसे गर्म कर लें। दूध के अलावा आप गर्म पानी के अंदर भी गुलकंद को डालकर इसे खा सकते हैं। कई लोग दही के अंदर भी गुलंकद डालकर इसके सेवन करते हैं। तो ये थे गुलकंद को खाने का तरीके के बारे में जानकारी

गुलकंद की तासीर (gulkand ke tasser)

गुलकंद की तासीर की बात की जाए तो इसकी तासीर ठंडी होती है। इसे खाने का उत्तम समय गर्मियों का होता है। गुलकंद की तासीर ठंडी होने के कारण इसे गर्म के मौसम में खाने शरीर अंदर से ठंडा रहता है और लू से रक्षा होती है।

गुलकंद बनाने की विधि (gulkand kaise banta hai)

बाजार में आसानी से गुलकंद मिल जाता है। गुलकंद पतंजलि द्वारा भी बनाया जाता है। वहीं आप चाहें तो घर में भी आसानी से गुलकंद बना सकते हैं। गुलकंद बनाने की विधि सरल है, जो कि इस प्रकार है।

गुलाब की पंखुड़ियों को आप साफ कर लें और धूप में सूखाने के लिए रख दें। जब ये अच्छे से सूख जाए तो पंखुड़ियों में मिश्री डाल दें। फिर इन्हें मिक्स कर लें। इस मिश्रण में पीसी हुई इलायची पाउडर और सौंफ डाल दें। इस मिश्रण को कांच के एक बर्तन भर दें और धूप में रख दें। आठ दिनों तक इस मिश्रण को धूप में रखे रहने दें और  समय-समय पर इसे मिक्स करते रहे। जब मिश्री अच्छे से पिघल जाए तो समझ लें की गुलकंद बनकर तैयार है।

हनी गुलकंद (Honey rose gulkand)

कई लोगों को honey rose gulkand पसंद होता है। Honey rose gulkand को भी आप आसानी से घर में बना सकते हैं या बाजार से खरीद सकते हैं। Honey rose gulkand बनाने के लिए आपको गुलकंद बनाते समय उसमें बस शहद डालना होगा। Honey rose gulkand बनकर तैयार हो जाएगा।

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