Lok Sabha 2019 Election: इस बार के ये लोकसभा के चुनाव बेहद ही अलग हैं क्योंकि इस बार सारी पार्टियों की टक्कर बीजेपी से नहीं बल्कि नरेंद्र मोदी से हैं. बीजेपी पार्टी की और से ये साफ है कि अगर वो साल 2019 के इस चुनाव को जीत जाती है तो एक बार फिर उनकी और से मोदी को ही देश का प्रधानमंत्री बनाया जाएगा. नरेंद्र मोदी का चेहरा बीजेपी पार्टी के लिए एक प्लस प्वाइंट है. क्योंकि जिस तरह से मोदी ने बतौर पीएम रहते हुए कार्य किए हैं और कड़े कदम उठाए हैं वो साफ तौर पर इन्हें हमारे देश का सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री बनाते हैं. हालांकि मोदी को टक्कर देने के लिए हर पार्टी खूब मेहनत करने में लगी हुई है.
राहुल गांधी कर रहें हैं खूब मेहनत
हाल ही में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में जिस तरह से कांग्रेस को जीत मिली है उस जीत से कांग्रेस पार्टी का मनोबल खूब बढ़ा हुआ है. कांग्रेस पार्टी अपनी इस जीत को लोकसभा के चुनाव में भी कायम रखने के लिए खूब मेहनत कर रही है. कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी कांग्रेस को केंद्रीय सरकार में लाने के लिए दिन रात एक कर रहे हैं. इस बार राहुल को उनकी बहन प्रियंका गांधी का भी खूब साथ मिला है और प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश की अधिक से अधिक लोकसभा सीटें जीतने के लिए खूब सारी रैली कर रही हैं.
दरअसल इस बार ये चुनाव जीतना कांग्रेस पार्टी के लिए काफी जरूरी है. क्योंकि एक समय में ये पार्टी हमारे देश की सबसे बड़ी राजनीति पार्टी हुआ करती थी. लेकिन साल 2014 के लोकसभा के चुनाव में इस पार्टी को काफी बड़ी हार मिली थी और बेहद ही कम लोकसभा की सीट कांग्रेस पार्टी जीत सकी थी. लोकसभा की कुल 545 सीटों में से कांग्रेस पार्टी को महज 45 सीटें ही साल 2014 के लोकसभा के चुनाव में मिली थी. इतनी बुरी हार मिलने के बाद कांग्रेस को फिर से वापसी करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी है और कांग्रेस की इस मेहनत का नतीजा ही मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में देखने को मिला था.
लेकिन एक बात जो यहां गौर करने वाली है वो ये है कि इन राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान लोगों ने कांग्रेस और बीजेपी पार्टियों को वोट दिए थे. लेकिन लोकसभा चुनाव में बीजेपी पार्टी मोदी के लिए वोट मांग रही हैं. यानी साफ है कि लोकसभा चुनाव में अन्य पार्टी की टक्कर सीधे तौर पर मोदी से हैं.
हालांकि बीजेपी के लिए इस बार लोकसभा चुनाव जीतना इतना आसान नहीं होने वाला है कि क्योंकि मोदी को हराने के लिए कई सारी राजनीति पार्टियों ने हाथ मिला लिए हैं और एक साथ मिलकर मोदी के विजय रथ को रोकने में लगी हुई है. इस बार के लोकसभा चुनाव में ये देखना काफी दिलचस्प होगा की लोग गंठबंधन की राजनीति पर ज्यादा भरोसा करते हैं कि मोदी के देश बदलने के वादे पर.
लोकसभा चुनाव में आप सोच समझकर अपने वोट का इस्तेमाल करें और जिस दिन आपके शहर में वोटिंग है उस दिन जाकर अपनी पार्टी को वोट जरूर डालें. क्योंकि एक वोट भी सरकार को चुनने में काफी अहमियत रखता है.