बी एस येदियुरप्पा की जीवनी (B S Yeddyurappa Biography)
बी एस येदियुरप्पा कर्नाटक राज्य की राजनीति में काफी सक्रिय हैं और ये तीन बार इस राज्य के मुख्यमंत्री रहे चुके हैं. हालांकि इन्होंने एक बार भी अपना मुख्यमंत्री पद के कार्यकाल को पूरा नहीं किया है और तीनों बार ये किसी ना किसी वजह से इस पद से हटते रहे हैं.
बी एस येदियुरप्पा का परिचय (Introduction)
पूरा नाम (Full Name) | बुकानाकेरे सिद्दलिंगप्पा येद्दयुरप्पा |
जन्म तिथि (Birth Date) | 27 फरवरी 1943 |
जन्म स्थान (Birth Place) | कनार्टक. भारत |
पेशा (Professions) | राजनेता, कनार्टक के पूर्व सीएम |
बीएस येदियुरप्पा की जाति (caste) | लिंगायत समुदाय से नाता है |
धर्म (Religion) | हिंदू |
पिता का नाम (Father’s Name) | सिद्दलिंगप्पा |
माता का नाम (Mother’s Name) | पुट्टतायम्मा |
पत्नी का नाम | Mythradevi |
कितनी बार बनें हैं कनार्टक के सीएम | 3 बार (2007, 2008, 2018) |
किस पार्टी से जुड़े हुए हैं | बीजेपी |
बी एस येदियुरप्पा का व्यक्तिगत जीवन (Personal life) –
इनका जन्म 27 फरवरी सन् 1943 में कर्नाटक राज्य में हुआ था. जब ये महज चार साल के थे तभी इनकी माता का स्वर्गवास हो गया था. इनकी पत्नी का नाम Mythradevi था और इन्होंने साल 1967 में विवाह किया था और इस विवाह से इन्हें दो बच्चे हैं. बी एस येदियुरप्पा ने अपने राज्य से ही अपनी पढ़ाई पूरी थी कि और प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज के छात्र थे.
बी एस येदियुरप्पा का करियर
काफी कम लोगों को पता है कि बी एस येदियुरप्पा राजनेता बनने से पहले एक क्लर्क थे और इन्होंने समाज कल्याण विभाग और वीरभद्र शास्त्री की शंकर चावल मिल में क्लर्क के तौर पर अपनी सेवाएं दी थी. वहीं इस मिल की मालिक की बेटे यानी मित्रदेवी से इन्होंने विवाह किया था.
बी एस येदियुरप्पा का राजनीति करियर-
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ने के बाद ये राजनीति में आए थे और इन्हें इस संघ द्वारा शिकारीपुर इकाई का सचिव बनाया गया था. वहीं सचिव बनने के कुछ सालों बाद वर्ष 1975 में इन्हें शिकारीपुरा की नगर पालिका का अध्यक्ष बनाया गया था.
साल 1983 में लड़ा पहला चुनाव
साल 1983 में इन्होंने बीजेपी की और से शिकारीपुरा निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा का चुना लड़ा था और ये इस सीट से 6 बार जीत चुके हैं. साथ में ही येदियुरप्पा विधानसभा में विपक्ष के नेता की भूमिका कई बार निभा चुके हैं.
साल 2007 में बने पहली बार मुख्यमंत्री
काफी सालों तक कर्नाटक की राजनीति में रहने के बाद ये पहली बार साल 2007 में इस राज्य के मुख्यमंत्री बने थे. हालांकि मात्र सात दिनों में सरकार गिरने के कारण इन्हें इस पद को छोड़ना पड़ा था.
साल 2008 में एक बार फिर से ये कर्नाटक के मुख्यमंत्री चुने गए थे. लेकिन कानूनी रूप से बैंगलोर और शिमोगा में भूमि सौदों से मुनाफा के विवादों में घिरने के कारण इन्हें साल 2011 में अपने पद से इस्तीफा देना पड़ गया था.
साल 2018 में एक बार फिर से ये इस राज्य के मुख्यमंत्री बने थे लेकिन बहुमत साबित ना करने के चलते इनको इस पद को फिर से छोड़ना पड़ा और ये इस बार केवल दो दिनों तक ही इस पद पर रहे थे.
कर्नाटक राज्य की राजनीति में है अहम रोल
बी एस येदियुरप्पा का कर्नाटक राज्य की राजनीति में काफी अहम रोल है और ये इस राज्य में बीजेपी पार्टी को मजबूत करने में लगे हुए हैं और इस राज्य में इनकी सरकार बनाने की कोशिशे की जा रही हैं.