जन्माष्टमी पर 10 लाइन का निबंध (janmashtami par nibandh)

Janmashtami Par Nibandh:  जन्माष्टमी  का पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है. हर साल इस दिन धूमधाम से कृष्ण जी का जन्मोत्सव मनाया जाता है. इतना ही नहीं स्कूलों में भी इस दिन को लेकर विशेष कार्यक्रम रखे जाते हैं और बच्चे जन्माष्टमी पर निबंध भी लिखते हैं. इस साल ये पर्व 31 सितंबर को आ रहा है. ऐसे में आप भी इसकी तैयारियां शुरू कर दें. वहीं जन्माष्टमी पर 10 लाइन का निबंध (janmashtami par nibandh) कैसे लिखा जाए…ये नीचे बताया गया है.

जन्माष्टमी पर 10 लाइन का निबंध (janmashtami par nibandh)-

इस पर्व को कृष्णाष्टमी, अष्टमी रोहिणी, श्रीकृष्ण जयंती के तौर पर भी जाना जाता है.

भाद्रपद महीने के कृष्णपक्ष की अष्टमी के दिन कृष्ण जी का जन्म इस धरती पर हुआ था. ये दिन हिंदू धर्म में काफी महत्व रखता है.

दरअसल कृष्ण जी भगवान विष्णु के 8वें अवतर हैं. ऐसे में हर साल इनके जन्मदिन को बड़ी उत्साह के साथ मनाया जाता है.

इस दिन देश भर के मंदिरों को फूलों से सजाया जाता है और रात के समय नृत्य करते हुए कृष्ण जी का जन्मोत्व मनाया जाता है.

कई लोग अपने घर के मंदिर को भी सुंदर तरीके से सजाते हैं और उन्हें छप्पन भोग लगाते हैं.

इस दिन व्रत भी रखा जाता है जो कि रात को कृष्ण जी के जन्मोहत्व के बाद खोला जाता है. कई लोग रात को इसदिन चांद भी देखते हैं.

कुछ मंदिरों में इस दिन विशेष प्रोग्राम रखा जाता है और इस दिन कृष्ण जी के जन्म की कथा लोगों को झागियों व नृत्य द्वारा दिखाई जाती है.

इस पर्व को कृष्णाष्टमी, अष्टमी रोहिणी, श्रीकृष्ण जयंती के तौर पर भी जाना जाता है.

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