कच्ची हल्दी कैसे खाएं व इसके फायदे और नुकसान (kachi haldi kaise khayen)

कच्ची हल्दी सेहत के लिए उत्तम मानी जाती है और सर्दी के दौरान इसका सेवन जरूर करना चाहिए। कच्ची हल्दी देखने में अदरक की तरह होती है। दरअसल कच्ची हल्दी को सूखाकर, फिर इसे पीसकर हल्दी का पाउडर तैयार किया जाता है। जिसका प्रयोग सब्जी बनाने के दौरान किया जाता है। अधिकतर घरों में कच्ची हल्दी की जगह इसका पाउडर का ही इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि सेहत के लिए हल्दी के पाउडर के मुकाबले कच्ची हल्दी को ज्यादा गुणकारी माना जाता है। इसलिए आप कच्ची हल्दी का ही सेवन करें। कच्ची हल्दी के फायदे (Kachi Haldi Ke Fayde), नुकसान और कच्ची हल्दी कैसे खाएं? (kachi haldi kaise khayen) इसके बारे में विस्तार से इस लेख में बताया गया है।

कच्ची हल्दी के फायदे (Kachi Haldi Ke Fayde)

  • कच्ची हल्दी का पानी पीने से शरीर की रोग प्रतिरोध क्षमता अच्छी बनीं रहती है। सर्दी के समय इसे खाने से जुकाम व खांसी की समस्या नहीं होती है।
  • गठियों के रोग को दूर करने में भी कच्ची हल्दी सहायक होती है। इसे खाने से ये रोग सही हो जाता है। साथ में ही ये जोड़ों के दर्द को भी दूर कर देती है।
  • बैक्टीरिया से लड़ने में भी कच्ची हल्दी का प्रयोग किया जा सकता है।
  • अगर शरीर के किसी हस्से में सूजन आए तो आप बस कच्ची हल्दी का लेप उसपर लगा लें।
  • खासी व गले की खराश को भी कच्ची हल्दी खाकर दूर किया जा सकता है

कच्ची हल्दी के नुकसान (Kachi Haldi Ke nuksan)

  • कच्ची हल्दी से कई तरह के नुकसान भी जुड़े हुए हैं। इसका स्वाद काफी कड़वा होता है, इसलिए ये खाने से मन खराब हो सकता है।
  • कच्ची हल्दी खाने से शरीर में गर्मी पैदा हो जाती है। इसलिए गर्मी के मौसम में कच्ची हल्दी खाने से बचें।
  • इसका सेवन करने से बीपी की समस्या हो सकती है।

कच्ची हल्दी कैसे खाएं? (kachi haldi kaise khayen)

कच्ची हल्दी का सेवन कई तरह से किया जा सकता है। आप इसे पानी के अंदर डालकर खा सकते हैं या दूध के साथ भी इसका सेवन किया जा सकता है। पानी के साथ कच्ची खाने के लिए आप, एक गिलास पानी को गैस पर गर्म होने के लिए रख दें। इस पानी के अंदर कच्ची हल्दी को तोड़कर डाल दें। इस पानी को अच्छे से उबालें और इसका पीला रंग होने पर गैस बंद करें। फिर इसे छान कर पी लें। इसी प्रकार से गर्म दूध में कच्ची हल्दी डालकर उसे पी सकते हैं।

गले में खराश होने पर कच्ची हल्की को पीस लें। इसके अंदर शहद और अदरक का रस मिला दें। इसे खाने से गले की खराश दूर हो जाएगी। इसी प्रकार से जुकाम होने पर आप कच्ची हल्दी और अदरक की चाय पी लें।

तो ये थी कच्ची हल्दी कैसे खाएं? (kachi haldi kaise khayen) से जुड़ी जानकारी। आइए अब जानते हैं कि कच्चा हल्दी की तासीर क्या होती है।

कच्ची हल्दी की तासीर

कच्ची हल्दी की तासीर गर्म होती है। इसलिए इसका अधिक सेवन करने उल्टी का मन हो सकता है। यहां तक की कई बार सिर भी भारी हो सकता है।

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