Michiyo Tsujimura ने ग्रीन टी को बनाया था पीने के योग्य, खत्म किया था कड़वापन

मिचियो सूजीमुरा (Michiyo Tsujimura) का जन्म जापान में हुआ था और ये जानी मानी कृषि वैज्ञानिक और जैव रसायनज्ञ हैं। ग्रीन टी की खोज के लिए Michiyo Tsujimura को ही श्रेय दिया जाता है। Michiyo Tsujimura ने ही हरी चाय यानी ग्रीन टी के पोषण लाभों पर शोध किया था और इसके कड़वेपन को खत्म किया था। साल 1888 में जन्मी मिचियो सूजीमुरा (Michiyo Tsujimura) का आज जन्मदिवस है और इस अवसर पर Google डूडल ने इनको याद किया है। Google डूडल में इनका 133 जन्मदिवस मनाया जा रहा है।

कौन है मिचियो सूजीमुरा (Michiyo Tsujimura)

मिचियो सूजीमुरा (Michiyo Tsujimura) का जन्म जापान में 17 सितंबर को हुआ था। 1909 में Michiyo Tsujimura ने स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी। इनको शुरू से ही वैज्ञानिक अनुसंधान में रूचि थी। ऐसे में उन्होंने अपना करियर इसी में बनाया। वे होक्काइडो इम्पीरियल यूनिवर्सिटी में प्रयोगशाला सहायक के रूप में शामिल हुईं और यहां से ही इनकी अनुसंधान करियर की शुरुआत हुई।

हालांकि ये सब Michiyo Tsujimura के लिए आसान नहीं था। उस दौर में विश्वविद्याल में महिलाओं को आने की अनुमति नहीं थी। ऐसे में उन्होंने बिना पैसों के यहां काम किया और विश्वविद्यालय के कृषि रसायन विभाग के खाद्य पोषण प्रयोगशाला में अपनी सेवाएँ दी।

ग्रीन टी में विटामिन सी होने की कि खोज

Michiyo Tsujimura ने अपने एक सहयोगी के साथ मिलकर ग्रीन टी में विटामिन सी की खोज की थी। ये खोज इनके द्वारा साल 1924 में की गई थी। यहां तक की अपनी इस खोज को इन्होंने बायोसाइंस, बायोटेक्नोलॉजी और बायोकैमिस्ट्री पत्रिका में “ऑन विटामिन सी इन ग्रीन टी” शीर्षक के साथ प्रकाशित भी किया गया था। वहीं पहले ग्रीन टी काफी कड़वी होती थी। साल 1929 में उन्होंन ग्रीन टी को कड़वापन देने वाले कैटेचिन (catechin) को इससे अलग किया था। जिसके कारण ही ग्रीन टी का कड़वापन खत्म हुआ था और ये पीने के योग्य बनीं थी। वहीं अगले साल यानी 1930 में उन्होंने ग्रीन टी से टैनिन (tannin) यौगिक को अलग कर दिया। ये भी ग्रीन टी में कड़वा पन लाता था।

इस खोज ने लिए आज भी उन्हें याद किया जाता है। ग्रीन टी के योगदान के लिए उन्हें 1956 में सम्मानित भी किया गया था और कृषि विज्ञान जापान पुरस्कार दिया गया था। वहीं साल 1968 में उन्हें ऑर्डर ऑफ़ द प्रीशियस क्राउन ऑफ़ द फोर्थ क्लास से सम्मानित किया गया था।

उपाधि प्राप्त करने वाली बनीं पहली जापानी महिला

Michiyo Tsujimura जापान की पहली महिला भी हैं। जिन्होंने कृषि में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की थी। साल 1955 में ये प्रोफेसर पद से रिटायर हुई थी। हालांकि रिटायर होने के बाद भी उन्होंने अपनीस सेवाएं जारी रखी थी।

1 जून 1969 को Michiyo Tsujimura ने इस दुनिया को अलविदा कहा था। उस दौरान उनकी आयु 81 वर्ष की। वहीं उनके जन्म स्थान पर एक स्मारक बनाई गई है। जिसपर उनकी उपलब्धियों को लिखा गया है। आज उनके 133 जन्म दिवस है। जिसपर Google डूडल उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएँ दी हैं।

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