जम्मू कश्मीर: कल पुलवामा स्थित लेथपोरा में सीआरपीएफ जवानों के काफिले पर हुए घातक हमले से पूरा देश सदमे में है और हर कोई इस हमले में मारे गए 40 जवानों को श्रद्धांजलि दे रहा है. सोशल मीडिया के जरिए लोग इस आतंकवादी हमले को लेकर अपना दुख प्रकट कर रहे हैं और भारत सरकार से इस हमले में मारे गए जवानों का बदला आतंकवादियों से लेने की मांग कर रहे हैं. वहीं इसी बीच इस हमले के लगभग 20 घंटे बाद ही दिल्ली में कैबिनेट कमेटी की एक बैठक की गई है. इस बैठक के दौरान भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए, इस देश से मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा वापस ले लिया है. इस बैठक में मोदी के सहित हमारे देश के रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, वित्त मंत्री, विदेश मंत्री सहित राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल में मौजूद थे.
मोदी ने हमले पर जारी किया बयान
इस हमले पर अपना दुख प्रकट करते हुए मोदी ने आज राष्ट्र को संबोधित किया और कहा कि उनकी सरकार ने सुरक्षा बलों को पूरी स्वतंत्रता दे दी है, ताकि वो आतंकवाद से खुलकर लड़ सके. इतना ही नहीं आतंकवादियों को मोदी ने चेतावनी देते हुए कहा है कि उन्हें बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी. इसके साथ ही मोदी ने अपने इस संबोधन में कहा है कि इस हमले के पीछे जो भी लोग हैं उन्हें सजा दी जाएगी. मोदी ने अपने इस भाषण में विपक्ष पार्टी से राजनीतिक छींटाकशी करने से दूर रहने को कहा है और एक साथ होकर इस हमले का मुकाबला करने को कहा.
अरुण जेटली ने भी किया दुख प्रकट
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए अपना दुख जारी किया और बताया कि आतंकवादियों के हमले के बाद कि गई सरकार की इस बैठक में सबसे पहले हम लोगों ने कुछ देर तक के लिए मौन रखा. मौन रखने के बाद आतंकवाद से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई.
कैसे किया हमला
गौरतलब है कि कल 3:15 बजे ये हमला किया गया था और इस हमले के पीछे जैश के आतंकवादियों का हाथ है. ये हमला उस वक्त किया गया था जब जवानों को जम्मू से श्रीनगर बसों में लाया जा रहा था. इस काफिले में 79 बसें थी और इन बसों में 2400 से अधिक जवान सवार थे. वहीं जवानों के बसों के इस काफिले में मौजूद एक बस पर आतंकवादियों ने ये हमला किया था और उस बस से अपनी कार की टक्कर मार दी थी. जिसके बाद उस कार में मौजूद बम फट गया था और बस में आग लग गई थी. जिस बस को इन आतंकवादियों ने अपना निशान बनाया था उस बस में 39 जवान सवार थे. गुरुवार को हुआ ये हमला अभी तक का सबसे बड़ा फिदायीन हमला है.
जवानों के परिवार वालों ने की इंसाफ की मांग
इस हमले में मारे गए जवानों के परिवार वालों ने सरकार से इस हमले का बदला लेने की मांग की है और इस हमले के पीछे शामिल लोगों को मौत के घाट उतारने को कहा है. आपको बता दें कि कुछ साल पहले भी आतंकवादियों ने सेना के जवानों पर उरी में हमला किया था जिसमें 18 जवान मारे गए थे. इस हमले के बाद भारत सरकार ने कड़ी कार्रवाई करते हुए पाक में घुसकर आतंकवादियों को मारा था.
शहीद जवानों को श्रद्धांजलि-
हमारे निहत्थे जवानों पर हमला करने वाले,
आतंकवादियों को हमारे देश के हौसले के बारे में नहीं है पता,
उनके द्वारा किए गए इस हमले की उनको जल्द ही मिलेगी सजा,
क्योंकि हमारे देश के 40 जवानों को मारने के बाद,
तुमने खुद के लिए खोद ली है कबर
शहीद जवानों को शतशत नमन