शिवलिंग पर जल चढ़ाने की विधि क्या है?

Shivling Par Jal Kaise chadhane: आज हम आपको शिवलिंग (shivling puja vidhi) पर जल कैसे अर्पित किया जाता है, इससे जुड़ी जानकारी देने वाले. दरअसल सावन के महीने में और सोमवार के दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाने से भोलेनाथ प्रसन्न हो जाते हैं. हालांकि शिवलिंग पर जल कैसे चढ़ाते हैं, इसकी जानकारी कम ही लोगों को होती है. जिसकी वजह से वो गलत तरीक से जल चढ़ा देते हैं और उनकी पूजा असफल रह जाती है. आइए जानते हैं कि शिवलिंग पर जल कैसे अर्पित किया जाता है (Shivling Par Jal Kaise chadhane).

शिवलिंग पर जल चढ़ाने की विधि क्या है?

  1. शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय व्‍यक्ति का मुख ईशान कोण की तरफ होना चाहिए. उत्तर और पूर्व के बीच की दिशा को वास्तु में ईशान कोण कहा गया है. ईशान का अर्थ है भगवान शिव और ये माना गया है कि ईशान कोण में भगवान शिव का वास होता है.
  2. शिवलिंग पर जल हमेशा तांबे या पीतल के पात्र से चढ़ाएं. हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि तांबे के पात्र से शिवलिंग पर दूध अर्पित न करें.
  3. शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय ध्‍यान रखें कि जल को एकदम से न चढ़ाएं. एक छोटी धारा बनाकर पूर्ण भाव से जल को अर्पित करें.
  4. जल चढ़ाते समय ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप जरूर करें. इस मंत्र का जाप आप कम से कम 11 बार करें.
  5. जल अर्पित करते समय आपका सिर कपड़े से ढका होना चाहिए.
  6. शिवलिंग पर जल हमेशा सुबह के समय ही अर्पित करें.

आपको बता दें कि शिवलिंग पर सबसे पहले जल ही चढ़ाया जाता है और उसके बाद ही आगे की पूजा शुरू की जाती है. इसलिए ये बेहद ही जरूर है कि आप शिवलिंग पर सही तरह से ही जल (Shivling Par Jal Kaise chadhane) को अर्पित करें.

 

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