शिवकुमार स्वामी का जीवन परिचय ( Siddaganga Mutt seer Shivakumara Swami Biography In Hindi, Age Death)
शिवकुमार स्वामी जी हमारे देश के प्रसिद्ध स्वामी थे और ये सिद्धगंगा मठ के प्रमुख थे. इनका निधन हाल ही में हो गया है और इनके निधन का शौक पूरे भारत में मनाया जा रहा है. इनका नाता लिंगायत से है और इन्होंने ही श्री सिद्धगंगा एजुकेशन सोसायटी को स्थापित किया है.
शिवकुमार स्वामी से जुड़ी जानकारी (Shivakumara Swam Information)-
नाम (Name) | शिवकुमार स्वामी |
अन्य नाम (Other Name) | सिद्दागंगा स्वामीजीगलु, नादेदुदेव देवरु, कायाका योगी, त्रिविद दासोही |
जन्म दिन (Birth Date) | 1 अप्रैल, 1907 |
जन्म स्थान | वीरपुरा, मगदी, मैसूर साम्राज्य |
आयु (Age) | 111 |
कब मृत्यु हुई (Death) | 21 जनवरी 2019 |
किस आयु में हुई | आयु 111 वर्ष, 295 दिन |
कहां हुई | तुमकुर, कर्नाटक, भारत |
पेशा (Occupation) | मानवीय, सिद्धगंगा मठ के प्रमुख |
शिक्षा (Education) | मैसूर विश्वविद्यालय, बैंगलोर विश्वविद्यालय |
धर्म (Religion) | लिंगायत |
नागरिक्ता | भारतीय |
मिले अवार्ड | पद्म भूषण (2015)
कर्नाटक रत्न (2007) |
संगठन | सिद्धगंगा एजुकेशन सोसायटी |
शिवकुमार स्वामी का जन्म और परिवार (Shivkumar Swami Birth and Family)
शिवकुमार स्वामी जी का जन्म मगदी, मैसूर साम्राज्य में हुआ था जो अब कर्नाटक के अंदर आता है. इनके माता पिता का नाम गंगाम्मा और होन्नेगौड़ा था और ये अपने माता पिता के 13 वें बच्चे और सबसे छोटे बेटे थे. ये जब आठ साल के थे तभी इनकी माता की मौत हो गई थी.
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शिवकुमार स्वामी की शिक्षा और करियर (Shivkumar Swami Education and career)
- इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा वीरपुरा कुलीमठ और नागावल के एक मध्य विद्यालय से हासिल की थी. इन्होंने अपनी मैट्रिक की शिक्षा 1926 में पास की थी.
- इन्होंने भौतिकी और गणित विषयों के साथ 1930 में कला में स्नातक की उपाधि अर्जित की थी और इन्हें कन्नड़, संस्कृत और अंग्रेजी भाषाओं का भी काफी ज्ञान है.
शिवकुमार स्वामी जी का निधन (Shivakumara Swamiji Death)
- इन्होंने 111 वर्ष की आयु में इस संसार को अलविदा कर दिया है और इन्होंने अपने जन्म राज्य में अपनी अंतिम सांस ली है. इनके निधन के दुख पर इस राज्य सरकार द्वारा छुट्टी भी घोषित की गई है और तीन दिन का शौक रखा गया है. आपको बता दें कि स्वामी जी की तबीयत साल 2016 से ठीक नहीं चल रही थी.
- शिवकुमार स्वामी की मृत्यु पर देश के बड़े बड़े नेताओं ने अपना शौक भी जताया है और इनके नेक कार्यों को याद किया है.
शिवकुमार स्वामी जी को मिले सम्मान ((Shivakumara Swamiji Award)
साल 2007 में इनको कर्नाटक सरकार ने सम्मनाित करते हुए अपने राज्य का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार यानी कर्नाटक रत्न पुरस्कार दिया था. भारत सरकार ने शिवकुमार स्वामी जी को साल 2015 में भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से नवाज था.
शिवकुमार स्वामी जी से जुड़ी अन्य बातें-
- इन्होंने शिक्षा और प्रशिक्षण से जुड़े कुल 132 संस्थानों की स्थापना की थी, जहां पर हजारों संख्या में छात्र पढ़ने आते हैं. ए.पी.जे अब्दुल कलाम जो कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति, थे उन्होंने शिवकुमार स्वामी के इन कार्य की काफी प्रशंसा की थी.
- स्वामी की मृत्यु से एक सप्ताह पहले ही कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने इनके मानवीय कार्य की मान्यता के लिए इनको भारत रत्न देने की मांग की थी.